शिमला: हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय के पास कुल 1069 प्रश्न प्राप्त हुए हैं. जिसमें तारांकित प्रश्नों की संख्या 722 है (506 ऑनलाइन और 216 ऑफलाइन) इसके अलावा अतारांकित प्रश्नों की संख्या 347 (194 ऑनलाइन और 153 ऑफलाइन) है.
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सदस्यों से नियम-101 के तहत 6 प्रश्न और नियम-130 के तहत 5 प्रश्न मिले हैं. उन्होंने कहा कि बजट सत्र के लिए अधिकतर प्रश्न बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़कों की डीपीआर, प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों की स्थिति और विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा, परिवहन व्यवस्था और एनपीएस से संबंधित हैं.
सर्वदलीय बैठक में विधानसभा की परंपराओं का पालन करने का किया आग्रह: विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि विधानसभा परिसर में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री तथा सदस्य राकेश सिंघा भी शामिल थे.
उन्होंने कहा कि बैठक में सता पक्ष तथा विपक्ष के माननीय सदस्यों से जनहित से जुड़े मुद्दों को ही सदन में उठायें तथा हिमाचल प्रदेश विधान सभा की परम्पराओं तथा गरिमा का सम्मान करते हुए नियमों की परिधि में रहकर जनहित से सम्बन्धित विषयों पर सदन में सार्थक चर्चा करने का निवेदन किया है.
बजट सत्र में होगी 16 बैठकें: सुबह 11.00 बजे से 13वीं विधान सभा का चौदहवां सत्र शुरू होगा, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के अभिभाषण के साथ आरम्भ होने जा रहा है. इस सत्र में कुल 16 बैठकें होंगी. 24 फरवरी, 2022 को सदन में शोकोदगार प्रस्तुत किए जायेंगे. 26 फरवरी और 5 मार्च को शनिवार के दिन भी सत्र का आयोजन किया जायेगा.
4 मार्च को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वित्तीय वर्ष 2022-2023 के लिए बजट अनुमानों को सदन में प्रस्तुत करेंगे. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वर्तमान सरकार का पांचवा बजट पेश करेंगे. इस सत्र के दौरान 3 मार्च तथा 10 मार्च गैर सरकारी कार्य दिवस के लिए निर्धारित किये गये हैं.
दर्शक दीर्घा में 50 प्रतिशत सिटिंग कैपेसिटी की अनुमति: मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों से मिलने वाले विधानसभा स्थित वेटिंग रुम में समयनुसार मिल सकेंगे. इस बार दर्शक दीर्घा में बैठने के लिए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ पास जारी किये जायेंगे. इसलिए एक दिन में भोजन अवकाश से पहले 50 प्रतिशत क्षमता के साथ 70 दर्शकों को तथा भोजन अवकाश उपरान्त उतने ही आगन्तुकों को पास जारी किये जायेगें. सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा तथा सामाजिक दूरी अपननी होगी। इस सत्र के दौरान 480 पुलिस कर्मी, 70 होमगार्ड के जवान तथा CID की टीम भी डयूटी पर तैनात रहेगी.
कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन: विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि कोरोना महामारी से पीडित होने वाले लोगों की संख्या लगातार घटती जा रही है, लेकिन अभी भी यह बीमारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति (Corona situation in Himachal) के संबंध में पिछले सप्ताह राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर बैठक की गई थी.
इसके अलावा सत्र की तैयारियों से सम्बन्धित एक बैठक बुलाई थी. जिसमें सभी पहलुओं पर गंभीर चर्चा की गई और इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए. सत्र के दौरान कोरोना माहामारी से बचने के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी की गई नवीनतम एसओपी का पालन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि विधानसभा सचिवालय में प्रवेश पाने वाले हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. विधानसभा सचिवालय के भवनों तथा परिसर को सेनिटाइजर्स किया जायेगा. विधानसभा सचिवालय के मुख्य द्वारों, सदन के बाहर पक्ष व विपक्ष गैलरी, पक्ष व विपक्ष लौंज और अधिकारी दीर्धा के बाहर फुट पैडल द्वारा स्वाचालित सैनिटाइजर की व्यवस्था की जा रही है.
किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सचिवालय परिसर में विधान सभा डिस्पेंसरी के समीप एक आइसोलेशन रूम की व्यवस्था की गई है. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा विधानसभा परिसर में एंबुलेंस तथा टेस्टिंग मशीन की भी व्यवस्था की गई है. विधान सभा परिसर में सभी को सामाजिक दूरी अपनानी होगी तथा फेस मास्क पहनना जरूरी होगा. सत्र के दौरान जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की सेवायें वांछित हैं केवल वही डयूटी पर तैनात रहेंगे.
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