शिमलाः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र हितों की मांगों को लेकर गुरुवार को विश्वविद्यालय कैंपस में धरना-प्रदर्शन किया. धरना-प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यह प्रदर्शन स्टूडेंट्स से होस्टल कंटीन्यूशन फीस लेने और विश्वविद्यालय में रिक्त पड़े पदों को ना भरे जाने के विरोध में किया गया.
एबीवीपी इकाई अध्यक्ष विशाल ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि हॉस्टल 6 महीने से बंद हैं इसलिए छात्रों से कोई फीस वसूली नहीं जानी चाहिए. विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन में मांग की विश्वविद्यालय में 2 साल से लंबित पड़ी हुई शिक्षक व गैर शिक्षक वर्ग की भर्तिया प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए.
वहीं, विश्वविद्यालय के ऑनलाइन पोर्टल को ठीक किया जाए. विद्यार्थी परिषद ने मांग की है की छात्रों का जितना सिलेबस हुआ है उसी के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार किए जाए. विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा की एचपीयू प्रशसान लगातार छात्रों के पेपर चेक करते हुए अनियमितताए बरत रहा है.
विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही के कारण प्रदेशभर के छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन तो पेपर चैकींग प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाएं, जिससे छात्रों के सही परीक्षा परिणाम निकल सके. विद्यार्थी परिषद ने मांग की कि विश्वविद्यालय प्रशासन से विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेल की व्यवस्था करें जिससे कि विश्वविद्यालय के छात्रों को रोजगार के साथ जोड़ा जा सके.
विद्यार्थी परिषद ने धरने के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा विद्यार्थी परिषद ने प्रशासन को जो 10 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है उस को अमल में लाएं. छात्रों की मांगे पूरी करें नहीं तो भूख हड़ताल करे आंदोलन को और तेज करेगी.
ये भी पढ़ें- बेनामी संपत्ति के आरोपों पर कांग्रेस सरकार पर हमलावर, राठौर ने जांच पर उठाए सवाल
ये भी पढ़ें- सीमाओं पर किसी प्रकार की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चीन की हरकतों पर सरकार की नजर: सीएम