शिमला: प्राकृतिक सौंदर्य और हल्की-हल्की बर्फबारी के बीच रिज मैदान पर राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया. राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने परेड की सलामी ली और राष्ट्रीय ध्वज फहराया. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश भारद्वाज समेत कई नेता और अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
हल्की बूंदाबांदी और बर्फ के बीच पुलिस, आर्मी, आईटीबीपी, होमगार्ड, एनसीसी व एनएसएस, ट्रैफिक पुलिस, सशस्त्र सीमा बल व डाक विभाग के स्वयंसेवियों द्वारा परेड की गई. परेड में 28-28 एनसीसी कैडेट्स व 31-31 एनएसएस स्वयंसेवियों ने भाग लिया. इसी तरह इस दौरान पुलिस, आर्मी व होमगार्ड के जवानों की संख्या भी कम की गई. कुल मिलाकर परेड में 20 टुकड़ियों ने भाग लिया. कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से यह प्रबंध किए गए थे.
रिज मैदान पर बर्फबारी और हल्की बारिश शुरू होते ही परेड के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन गेयटी थियेटर में किया गया. राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथि और उपस्थित लोग गेयटी पहुंचे और सांकृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया. इस मौके पर मंडी की नाटी, कांगड़ा का झमकड़ा और पंजाब का प्रसिद्ध लोक नृत्य भांगड़ा भी प्रस्तुत किया गया.
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि वे ऐसे ठंडे वातावरण में भी यहां से ऊर्जा लेकर जाने वाले हैं. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से पेश की गई झांकी ने कोरोना संक्रमण से बचाव और जागरूकता का जो संदेश दिया वह महत्वपूर्ण है. प्रदेश में पिछले 4 सालों में जो प्रगति की है उसका झांकियों के माध्यम से बेहतर प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि पूर्वी प्रदेश की जनता इस ओर ध्यान दें और खुद को भी प्रदेश के विकास में सहभागी बनाएं. राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी. उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले वीर योद्धाओं को भी याद किया.
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