शिमला: हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय जिलों (Snowfall in Himachal Pradesh) में भारी बर्फबारी के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. प्रदेश के नौ जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्र बर्फ से लद चुके हैं. वहीं, राज्य में घूमने आए सैलानी भी बर्फबारी के बीच जमकर मस्ती कर रहे हैं. वहीं, भारी हिमपात के चलते राज्य के तीन राष्ट्रीय राजमार्ग और 667 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. राज्य भर में 1686 ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने से कई इलाकों में अंधेरा पसर गया है.
शिमला शहर में वीरवार (Snowfall in shimla) देर रात शुरू हुआ बर्फबारी का सिलसिला शुक्रवार दिन भर जारी रहा. शहर में एक फीट से अधिक बर्फ गिर चुकी है. भारी बर्फबारी से शिमला शहर अलग-थलग पड़ गया है. वहीं, जिले की सभी मुख्य व अंदरूनी सड़कें बर्फबारी के चलते बंद हो गई है और शुक्रवार दिन भर यातायात ठप रहा. जबकि, ऊपरी शिमला राजधानी से लगातार तीसरे दिन भी पूरी तरह कटा रहा.
इस बर्फबारी से शिमला शहर का चंडीगढ़ और प्रदेश के निचले जिलों से भी संपर्क कट (Roads closed in shimla after snowfall) गया है. शिमला-चण्डीगढ़ और शिमला-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह ही अवरुद्ध हो गए थे. टूटीकंडी आईएसबीटी से क्रासिंग की ओर एचआरटीसी के डीजल पंप के पास फिसलन से बसें लंबे रूटों पर रवाना नहीं हो पा रही हैं. हमीरपुर, बिलासपुर, धर्मशाला और मंडी से शिमला की ओर आ रही बसें हीरानगर व घणाहट्टी के पास फंसी हुई हैं. वहीं, डीसी शिमला ने भी शुक्रवार को फील्ड में उतरकर स्थिति का जायता लिया.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक चंबा जिला में 151, शिमला में 149, लाहौल-स्पीति में 138, कुल्लू में 66, सिरमौर में 36, किन्नौर में 26 और सोलन में एक सड़क अवरुद्ध हुई है. वहीं, ट्रांसफार्मर की बात करें तो चंबा में 687, मंडी में 422, सिरमौर में 225, शिमला में 106 और कुल्लू में 46 ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हैं. चंबा जिला में 71, मंडी में 54, लाहौल स्पीति में 27 और सिरमौर में 19 पेयजल स्कीमें ठप हैं.
नौ जिलों में गिरी बर्फ: आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक शिमला जिला के खड़ापत्थर में दो फीट, कुफरी व नारकंडा में डेढ़-डेढ़ फीट, शिमला शहर में एक फीट, सिरमौर जिला के हरिपुरधार में डेढ़ फीट, सोलन के चायल में 1.4 फीट, मंडी जिला के पराशर लेक, शिकारी माता और कमरुनाग में लगभग तीन-तीन फीट, लाहौल-स्पीति के कोकसर में 4 इंच, सिसु में 3 व काजा में 2 इंच, कुल्लू की अटल टनल में 1.6 फीट, रोहतांग में 2 फीट, मनाली में 9 इंच, किन्नौर के छितकुल में 6 इंच, कांगड़ा के बड़ागांव में 2.5 फीट, बीडी बिलिंग में 15 इंच, चम्बा जिला के डलहौजी में 3 फीट, भरमौर में 8 इंच बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है.
दूसरी ओर राज्य के मैदानी क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा का दौर जारी है. चंबा के भटियात में 60, सिरमौर के नाहन में 59, बिलासपुर के नैना देवी में 58, सिरमौर के रेणुका में 56, ऊना में 52 एमएम बारिश हुई है. राज्य आपदा प्रबंधन के निदेशक सुदेश मोकटा ने बताया कि प्रदेश में जम कर बर्फ़बारी हो रही है जिससे कई जिलों सड़कें अवरुद्ध हैं और प्रदेश 205 करोड़ का नुकसान अब तक हुआ है.
वहीं, बारिश बर्फबारी की वजह से पूरा प्रदेश भीषण शीतलहर की चपेट में है और अधिकांश स्थानों पर पारा माइनस में बना हुआ है. शिमला में न्यूनतम तापमान -0.4 डिग्री, केलंग में -6.9, कल्पा में -4.7, कुफरी में -3.2, डलहौजी में -2, मनाली में -0.4, सुंदरनगर में 4.1, भुंतर में 2.3, धर्मशाला में 3.2, नाहन में 6.1, ऊना में 6.2, पालमपुर में 3, सोलन में 2.6, मंडी में 5.6, कांगड़ा व हमीरपुर में 6.6, बिलासपुर में 7, चंबा में 2 और जुब्बड़हट्टी में 2.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में आगामी 8 फरवरी तक प्रदेश में मौसम (Weather update Himachal) के खराब रहने का अनुमान जताया है. हालांकि इस दौरान किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है.
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