शिमला: उपचुनावों को लेकर इलेक्शन कमीशन ने अब पोलिंग स्टेशनों पर ईवीएम और वीवीपैट मशीनें भेजना शुरू कर दी है. आज हेलीकॉप्टर के माध्यम से लाहौल-स्पीति जिला के काजा तक 40 ईवीएम और वीवीपैट मशीन भेजी गई.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने बताया कि उपचुनावों को लेकर अर्की, जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनें पहुंचाई जा रही है. उन्होंने कहा कि काजा के लिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से मशीनें भेजी जा रही है. काजा में 29 मतदान केंद्र में इन मशीनों को स्थापित किया जा रहा है.
सी. पालरासू ने कहा कि मंडी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में लाहौल-स्पीति जिला के टाशीगंग में समुद्र तल से सर्वाधिक 15,256 फुट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थापित किया गया है. इसके अतिरिक्त शिमला जिला के जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में भी 8500 फीट की ऊंचाई पर अढ़ेला मतदान केंद्र स्थापित किया गया है.
वहीं, सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र में भी 6,204 फीट की ऊंचाई पर पबंद मतदान केंद्र स्थापित किया गया है. फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में अगाहर मतदान केंद्र समुद्र तल से 2100 फुट की ऊंचाई पर है. समुद्र तल से अधिकतम ऊंचाई पर स्थित इन मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाएं रखने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध कर दिए गए हैं.
सी.पालरासू ने कहा कि उप चुनावों को देखते हुए प्रदेश के अधिकांश जिलों में चुनाव आचार संहिता लागू है और इसके कड़ाई से पालन के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि उप निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित शिकायतों के जल्द निपटारे के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
निर्वाचन विभाग के पास अभी तक 47 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिनमें से 28 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है. बाकी शिकायतों का भी विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई जारी है. उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता से संबंधित शिकायतें मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा निपटाए जा रही हैं. ऐसी शिकायतें आम तौर पर चुनाव आयोग के स्तर पर नहीं भेजी जाती हैं.
ये भी पढ़ें: अगर आप भी खुले में रखते हैं खाने का नमक, तो ये खबर है आपके लिए बेहद जरूरी!