शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में बिलासपुर की तलाई सहकारी समिति में हुआ घोटाला गूंजा. पूर्व आईएएस अफसर व भाजपा विधायक जीतराम कटवाल ने इस संदर्भ में सवाल किया. जवाब में सहकारी मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कुल 36 करोड़ रुपए की धांधली हुई है. इसमें से 32 करोड़ रुपए की गड़बड़ी पहले हुई, जिसका ऑडिट में खुलासा हुआ था. सदन में यह भी बात दर्ज हुई कि समिति के बोर्ड में कांग्रेस से जुड़े हुए लोग ही थे.
मंत्री ने बताया कि इसमें से 32 करोड़ रुपए से अधिक की धांधली का पता सहकारी विभाग के 2017-18 वित्त वर्ष के ऑडिट में चला था. फिर चार करोड़ रुपए की धांधली 2018-19 के ऑडिट में पकड़ी गई. मंत्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 में तलाई ग्राम सेवा सहकारी समिति में सहकारिता विभाग के ऑडिट में बड़ा स्कैम पकड़ा गया था. उस स्कैम में 32 करोड़ रुपए से अधिक का घपला पकड़ा गया. 2018-19 में हुए ऑडिट में चार करोड़ का गबन पकड़ा. इस सोसायटी में कुल 36 करोड़ की धांधली पकड़ी गई. वर्ष 2019 में 31 मार्च तक सोसायटी की बैलेंस शीट में 81.16 करोड़ रुपए जमा किए गए थे. इसमें से मार्च 2021 तक डिपॉजिटर्स को 17 करोड़ रुपए से अधिक वापस किए गए .
इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई. तब जो सोसायटी के सचिव थे, वही इसके एग्जीक्यूटिव भी रहे. सोसायटी के सचिव राजेश पटियाल ने जो संपत्ति खरीदी थी, उसे वो अपने परिजनों के नाम पर एलिमेंट कर रहा था. मंत्री ने बताया कि अब जयराम सरकार ने कई रिफॉर्म्स किए हैं, जिससे ऐसी धांधलियों को रोका जा सके. इस बीच, सदन में कुछ समय के लिए माहौल गर्म भी हुआ, जब प्रश्न पूछने वाले विधायक जीतराम कटवाल ने कहा कि धांधली के समय सहकारी समिति का पूरा बोर्ड कांग्रेस से जुड़े लोगों का था.
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