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8 अप्रैल को IGMC में होगा पहला किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन, अब नहीं जाना पड़ेगा PGI

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Published : Apr 2, 2019, 8:26 AM IST

आईजीएमसी में मरीजों को किडनी ही नहीं बल्कि हार्ट, लीवर, कोर्निया समेत मल्टी ऑर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी. आईजीएमसी प्रशासन किडनी ट्रांसप्लांट नहीं ऑर्गेन ट्रांसप्लांट सेंटर के तौर पर इसकी रजिस्ट्रेशन करवाएगा. जिससे किडनी ट्रांसप्लांट के बाद यहां पर अन्य ऑर्गेन ट्रांसप्लांट भी किया जा सकेगा. इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रियां शुरू कर दी गई है. स्टेट ऑर्गेन ट्रांसप्लांट रजिस्टेशन अथॉरिटी के पास इसकी रजिस्ट्रेशन की जाएगी. उसके बाद यहां पर मल्टीआर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल सकेगी.

IGMC (फाइल फोटो)

शिमला: किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को अब पीजीआई नहीं जाना पड़ेगा. हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब 8 अप्रैल को किडनी ट्रांसप्लांट का पहला ऑपरेशन होगा. हिमाचली लोगों के लिए यह एक राहत भरी खबर है. किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है.
मौजूदा समय में प्रदेश में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है. ऐसे में मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ जाना पड़ता था. पीजीआई चंडीगढ़ में जाने आने व रहने में करीब 50 हजार तक मरीजों को खर्चा करना पड़ता है. इसके अलावा यदि मरीज को डोनर मिल जाए तो भी पीजीआई में भारी भीड़ होने के कारण लंबे समय तक मरीजों को रहना पड़ता था. तब तक मरीजों को डायलिसिस पर रखना पड़ता है. इसमें भी उनका लाखों रुपए खर्च होता है, जबकि आईजीएमसी में मरीजों को आसानी से डेट मिल सकेगी व उनके काफी पैसों की भी बचत होगी.

shimla, 1st kidney transplant operation on April 8 in IGMC
IGMC (फाइल फोटो)

आईजीएमसी में मरीजों को किडनी ही नहीं बल्कि हार्ट, लीवर, कोर्निया समेत मल्टी ऑर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी. आईजीएमसी प्रशासन किडनी ट्रांसप्लांट नहीं ऑर्गेन ट्रांसप्लांट सेंटर के तौर पर इसकी रजिस्ट्रेशन करवाएगा. जिससे किडनी ट्रांसप्लांट के बाद यहां पर अन्य ऑर्गेन ट्रांसप्लांट भी किया जा सकेगा. इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रियां शुरू कर दी गई है. स्टेट ऑर्गेन ट्रांसप्लांट रजिस्टेशन अथॉरिटी के पास इसकी रजिस्ट्रेशन की जाएगी. उसके बाद यहां पर मल्टीआर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल सकेगी.
हालांकि शुरूआत में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एम्स के डॉक्टरों की मदद ली जाएगी. किडनी ट्रांसप्लांट से प्रदेश के गरीब मरीजों कोसबसे ज्यादा फायदा होगा. कुछ गरीब लोग किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अपनी प्रॉपटी तक बेच देते हैं, लेकिन अब मरीजों का इतना फायदा होगा कि चंड़ीगढ़ जाने का जितना भी खर्चा होता था वह सब बच जाएगा. किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले आईजीएमसी के चिकित्सकों की ट्रेनिंग पूरी की जा चुकी है. वह बीते वर्ष नवंबर दिसंबर माह में एमस में इसकी ट्रेनिंग लेकर आए थे. उसके बाद अन्य स्टॉफ को भी ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन थियेटर भी तैयार कर दिया जा रहा है. प्रशासन मार्च में इसे शुरू करने की तैयारी कर रहा है. आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट का पहला ऑपरेशन 8 व 9 अप्रैल कोकरने जा रहे हैं. किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. प्रदेश के मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा मिलने से काफी राहत मिलेगी.

शिमला: किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को अब पीजीआई नहीं जाना पड़ेगा. हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब 8 अप्रैल को किडनी ट्रांसप्लांट का पहला ऑपरेशन होगा. हिमाचली लोगों के लिए यह एक राहत भरी खबर है. किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है.
मौजूदा समय में प्रदेश में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है. ऐसे में मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ जाना पड़ता था. पीजीआई चंडीगढ़ में जाने आने व रहने में करीब 50 हजार तक मरीजों को खर्चा करना पड़ता है. इसके अलावा यदि मरीज को डोनर मिल जाए तो भी पीजीआई में भारी भीड़ होने के कारण लंबे समय तक मरीजों को रहना पड़ता था. तब तक मरीजों को डायलिसिस पर रखना पड़ता है. इसमें भी उनका लाखों रुपए खर्च होता है, जबकि आईजीएमसी में मरीजों को आसानी से डेट मिल सकेगी व उनके काफी पैसों की भी बचत होगी.

shimla, 1st kidney transplant operation on April 8 in IGMC
IGMC (फाइल फोटो)

आईजीएमसी में मरीजों को किडनी ही नहीं बल्कि हार्ट, लीवर, कोर्निया समेत मल्टी ऑर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी. आईजीएमसी प्रशासन किडनी ट्रांसप्लांट नहीं ऑर्गेन ट्रांसप्लांट सेंटर के तौर पर इसकी रजिस्ट्रेशन करवाएगा. जिससे किडनी ट्रांसप्लांट के बाद यहां पर अन्य ऑर्गेन ट्रांसप्लांट भी किया जा सकेगा. इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रियां शुरू कर दी गई है. स्टेट ऑर्गेन ट्रांसप्लांट रजिस्टेशन अथॉरिटी के पास इसकी रजिस्ट्रेशन की जाएगी. उसके बाद यहां पर मल्टीआर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल सकेगी.
हालांकि शुरूआत में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एम्स के डॉक्टरों की मदद ली जाएगी. किडनी ट्रांसप्लांट से प्रदेश के गरीब मरीजों कोसबसे ज्यादा फायदा होगा. कुछ गरीब लोग किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अपनी प्रॉपटी तक बेच देते हैं, लेकिन अब मरीजों का इतना फायदा होगा कि चंड़ीगढ़ जाने का जितना भी खर्चा होता था वह सब बच जाएगा. किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले आईजीएमसी के चिकित्सकों की ट्रेनिंग पूरी की जा चुकी है. वह बीते वर्ष नवंबर दिसंबर माह में एमस में इसकी ट्रेनिंग लेकर आए थे. उसके बाद अन्य स्टॉफ को भी ट्रेनिंग दी जा चुकी है.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन थियेटर भी तैयार कर दिया जा रहा है. प्रशासन मार्च में इसे शुरू करने की तैयारी कर रहा है. आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट का पहला ऑपरेशन 8 व 9 अप्रैल कोकरने जा रहे हैं. किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. प्रदेश के मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा मिलने से काफी राहत मिलेगी.

8अप्रैल को आइजीएमसी में होगा पहला 
किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन

शिमला।

किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को अब पी.जी.आई. नहीं जाना पड़ेगा। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में अब 8 अप्रैल को किडनी ट्रांसप्लांट का पहला ऑपरेशन होगा। हिमाचली लोगों के लिए यह एक राहत भरी खबर है। किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। मौजूदा समय में प्रदेश में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है। ऐसे में मरीजों को पी.जी.आई. चंडीगढ़ जाना पड़ता था। पी.जीआई चंडीगढ़ में जाने आने व रहने में करीब 50 हजार तक मरीजों को खर्चा करना पड़ता है। इसके अलावा यदि मरीज को डोनर मिल जाए तो भी पी.जी.आई. में भारी भीड़ होने के कारण लंबे समय तक मरीजों को रहना पड़ता था। तब तक मरीजों को डायलिसिस पर रखना पड़ता है। इसमें भी उनका लाखों रुपए खर्च होता है, जबकि आई.जी.एम.सी. में मरीजों को आसानी से डेट मिल सकेगी व उनके काफी  पैसों की भी बचत होगी। आई.जी.एम.सी. में मरीजों को किडनी ही नहीं बल्कि हार्ट, लीवर, कोर्निया समेत मल्टी ऑर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी। आई.जी.एम.सी. प्रशासन किडनी ट्रांसप्लांट नहीं ऑर्गेन ट्रांसप्लांट सेंटर के तौर पर इसकी रजिस्ट्रेशन करवाएगा। जिससे किडनी ट्रांसप्लांट के बाद यहां पर अन्य ऑर्गेन ट्रांसप्लांट भी किया जा सकेगा। इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रियां शुरू कर दी गई है। स्टेट ऑर्गेन ट्रांसप्लांट रजिस्टेशन अथॉरिटी के पास इसकी रजिस्ट्रेशन की जाएगी। उसके बाद यहां पर मल्टीआर्गेन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल सकेगी। हालांकि शुरूआत में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एमस के डाक्टरों की मदद ली जाएगी। किडनी ट्रांसप्लांट से प्रदेश के गरीब मरीजों को  सबसे ज्यादा फायदा होगा। कुछ गरीब लोग किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अपनी प्रॉपटी तक बेच देते है, लेकिन अब मारीजों का इतना फायदा होगा कि चंड़ीगढ़ जाने का जितना भी खर्चा होता था वह सब बच जाएगा। किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले आई.जी.एम.सी. के चिकित्सकों की ट्रेनिंग पूरी की जा चुकी है। वह बीते वर्ष नवंबर दिसंबर माह में एमस में इसकी ट्रेनिंग लेकर आए थे। उसके बाद अन्य स्टॉफ को भी ट्रेनिंग दी जा चुकी है। आई.जी.एम.सी. में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन थियेटर भी तैयार कर दिया जा रहा है। प्रशासन मार्च में इसे शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

आई.जी.एम.सी. मे किडनी ट्रांसप्लांट का पहला ऑपरेशन 8 व 9 अप्रैल को  करने जा रहे है। किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले डाक्टरों की एमस में स्पेशल ट्रेनिंग करवाई गई है। प्रदेश के मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा मिलने से काफी सुविधा मिलेगी।

-डा. जनक राज, एम.एस. आई.जी.एम.सी.। 

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