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क्या इस्तीफा देने वाले हैं विक्रमादित्य सिंह ? मंत्री ने बताया चंडूखाने की खबर - Vikramaditya Singh

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 2 hours ago

स्ट्रीट वेंडर को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस हाईकमान विक्रमादित्य सिंह से नाखुश बताया जा रहा है. राजनीतिक गलियारों में ये अफवाह भी है कि पार्टी की नाराजगी के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ सकता है. वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने इस मामले पर आज पूरी स्थिति साफ कर दी है.

विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह (फाइल फोटो)

शिमला: हाल ही में विक्रमादित्य सिंह ने बयान दिया था कि हिमाचल में भी यूपी की तर्ज पर स्ट्रीट वेंडर्स को अपनी दुकान के बाहर अपनी आईडी लगानी होगी. इस बयान के बाद विक्रमादित्य सिंह को दिल्ली तलब किया गया था. बताया जा रहा है कि हाईकमान उनके बयान से खुश नहीं है. पार्टी और सरकार ने भी उनके बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया है.

बीते कल केसी वेणुगोपाल के साथ उनकी स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर दिए गए बयान को लेकर बैठक भी हुई थी. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी दिल्ली में मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस विक्रमादित्य सिंह को उनसे अपना बयान वापस लेने के लिए कह रही है, क्योंकि उनका बयान पार्टी लाइन से मेल नहीं खाता है, लेकिन विक्रमादित्य सिंह प्रदेश के हितों की सुरक्षा की बात कहकर अभी तक अपनी बात पर डटे हैं और अभी तक अपने बयान से पीछे हटने वाली बात नहीं कही है.

इसी बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है कि विक्रमादित्य सिंह मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं. अनिरुद्ध सिंह ने भी विधानसभा में संजौली मस्जिद और अवैध घुसपैठियों और रोहिंग्या को लेकर बात की थी, लेकिन हाईकमान से मिली फटकार के बाद उनका स्टैंड बदल गया था, लेकिन विक्रमादित्य सिंह अपने स्टैंड पर अभी तक कायम हैं. इस्तीफे की खबरों पर न्यूज एजेंसी ANI से विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, 'ये सब निराधार और चंडूखाने की खबरें हैं ना तो मीडिया को इन खबरों पर ध्यान देना चाहिए और न ही मुझे इस बारे में कुछ बोलने की जरूरत है.'

क्या होता है चंडूखाना

इस्तीफे की खबरों को विक्रमादित्य सिंह ने चंडूखाना की खबर बताया. इससे पहले भी वो चंडूखाना शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं. उनके पिता वीरभद्र सिंह भी कई बार मकड़झंडू और चंडूखाना शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं. देश के अन्य नेता भी कई बार चंडूखाना शब्द का प्रयोग अपने बयानों में कर चुके हैं. वरिष्ठ पत्रकार धनंजय शर्मा ने कहा कि, 'जहां नशा करने वाले एकत्रित होते हैं यानि नशा करने वालों का अड्डा जहां लोग बिन सिर पैर की बातें और एक दूसरे के बारे में फिजूल गप्पे मारते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता. चंडू शब्द को अफीम से जोड़ा जाता है. चंडू भारतीय शब्द है, जबकि खाना फारसी का शब्द है कमरा, कक्ष या अड्डा. चंडूखाने में अफीम पी जाती है. पीने के बाद शुरू होती है बिना सिर-पैर के बहकी बहकी बातें, जिसके लिए आज भी ‘चंडूखाने की गप’ जैसा मुहावरा सुनने को मिल जाता है.'

ये भी पढ़ें: कौन हैं विक्रमादित्य सिंह ?, स्ट्रीट वेंडर्स को दिए थे ID लगाने के निर्देश, अब देशभर में हो रही चर्चा

ये भी पढ़ें: कभी पहुंचे अयोध्या राम मंदिर, कभी पीएम मोदी की तारीफ, पहले भी सुर्खियों में रहे हैं विक्रमादित्य सिंह

शिमला: हाल ही में विक्रमादित्य सिंह ने बयान दिया था कि हिमाचल में भी यूपी की तर्ज पर स्ट्रीट वेंडर्स को अपनी दुकान के बाहर अपनी आईडी लगानी होगी. इस बयान के बाद विक्रमादित्य सिंह को दिल्ली तलब किया गया था. बताया जा रहा है कि हाईकमान उनके बयान से खुश नहीं है. पार्टी और सरकार ने भी उनके बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया है.

बीते कल केसी वेणुगोपाल के साथ उनकी स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर दिए गए बयान को लेकर बैठक भी हुई थी. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी दिल्ली में मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस विक्रमादित्य सिंह को उनसे अपना बयान वापस लेने के लिए कह रही है, क्योंकि उनका बयान पार्टी लाइन से मेल नहीं खाता है, लेकिन विक्रमादित्य सिंह प्रदेश के हितों की सुरक्षा की बात कहकर अभी तक अपनी बात पर डटे हैं और अभी तक अपने बयान से पीछे हटने वाली बात नहीं कही है.

इसी बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है कि विक्रमादित्य सिंह मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं. अनिरुद्ध सिंह ने भी विधानसभा में संजौली मस्जिद और अवैध घुसपैठियों और रोहिंग्या को लेकर बात की थी, लेकिन हाईकमान से मिली फटकार के बाद उनका स्टैंड बदल गया था, लेकिन विक्रमादित्य सिंह अपने स्टैंड पर अभी तक कायम हैं. इस्तीफे की खबरों पर न्यूज एजेंसी ANI से विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, 'ये सब निराधार और चंडूखाने की खबरें हैं ना तो मीडिया को इन खबरों पर ध्यान देना चाहिए और न ही मुझे इस बारे में कुछ बोलने की जरूरत है.'

क्या होता है चंडूखाना

इस्तीफे की खबरों को विक्रमादित्य सिंह ने चंडूखाना की खबर बताया. इससे पहले भी वो चंडूखाना शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं. उनके पिता वीरभद्र सिंह भी कई बार मकड़झंडू और चंडूखाना शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं. देश के अन्य नेता भी कई बार चंडूखाना शब्द का प्रयोग अपने बयानों में कर चुके हैं. वरिष्ठ पत्रकार धनंजय शर्मा ने कहा कि, 'जहां नशा करने वाले एकत्रित होते हैं यानि नशा करने वालों का अड्डा जहां लोग बिन सिर पैर की बातें और एक दूसरे के बारे में फिजूल गप्पे मारते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता. चंडू शब्द को अफीम से जोड़ा जाता है. चंडू भारतीय शब्द है, जबकि खाना फारसी का शब्द है कमरा, कक्ष या अड्डा. चंडूखाने में अफीम पी जाती है. पीने के बाद शुरू होती है बिना सिर-पैर के बहकी बहकी बातें, जिसके लिए आज भी ‘चंडूखाने की गप’ जैसा मुहावरा सुनने को मिल जाता है.'

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