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सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर हिमाचल खर्च कर रहा 1037 करोड़, 6 लाख लोगों को मिल रहा लाभ

हिमाचल बेशक छोटा पहाड़ी राज्य है, लेकिन सामाजिक सुरक्षा पेंशन के मामले में यहां बड़ा काम हो रहा है. पेंशन पर सालाना 1037 करोड़ खर्च हो रहे हैं. चार साल पहले ये आंकड़ा 436 करोड़ रुपये था. 2021 में यह बजट बढ़कर 1037 करोड़ रुपये हो चुका है. 2017 में सरकार बनते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने पहली मंत्रिमंडल बैठक में बुजुर्गों के लिए दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन उम्र को 80 से घटाकर 70 कर दिया था. साथ ही इसमें आयु सीमा की शर्त भी हटा ली गई. इससे बुजुर्गों को आय प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया से निजात मिली.

social security pension in Himachal
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर
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Published : Jan 23, 2022, 8:59 PM IST

शिमला: हिमाचल बेशक छोटा पहाड़ी राज्य है, लेकिन सामाजिक सुरक्षा पेंशन के मामले में यहां बड़ा काम हो रहा है. प्रदेश में 4 लाख से अधिक बुजुर्गों को पेंशन का लाभ मिल रहा है. कुल छह लाख पात्र लोगों को पेंशन मिल रही है. पेंशन पर सालाना 1037 करोड़ खर्च हो रहे हैं. चार साल पहले ये आंकड़ा 436 करोड़ रुपये था. 2021 में यह बजट बढ़कर 1037 करोड़ रुपये हो चुका है.

दरअसल, 2017 में सरकार बनते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहली मंत्रिमंडल बैठक में बुजुर्गों के लिए दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन उम्र को 80 से घटाकर 70 कर दिया था. साथ ही इसमें आयु सीमा की शर्त भी हटा ली गई. इससे बुजुर्गों को आय प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया से निजात मिली. इसके साथ ही बुजुर्ग महिलाओं के लिए आयु सीमा में पांच वर्ष की और छूट दी गई है. अब बुजुर्ग महिलाओं को बिना आय सीमा के 65 की उम्र से पेंशन दी जा रही है. इन निर्णयों से लाखों बुजुर्ग लाभान्वित हुए.

चार साल में 1 लाख 95 हजार नए पेंशन आवेदन स्वीकृत: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने पहली मंत्रिमण्डल बैठक में बुजुर्गों के लिए दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन उम्र को 80 से घटाकर 70 कर दिया था. साथ ही इसमें आयु सीमा की शर्त भी हटा ली गई. इससे बुजुर्गों सरकार के चार साल कार्यकाल में ही 1 लाख 95 हजार 3 नए पेंशन के आवेदन स्वीकृत हुए हैं. इन फैसलों से वृद्धजनों का आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है. सरकार की ओर से 60 से 69 वर्ष के बुजुर्गों को 850 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है. इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को 1500 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिल रही है. दोनों वर्गों के लिए वृद्वास्था पेंशन को मौजूदा सरकार ने क्रमशः 700 से बढ़ाकर 850 और 1250 से बढ़ाकर 1500 किया.

किस वर्ग में कितना लाभार्थी: सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में बुजुर्गों के अलावा, विधवा, एकल नारी, परित्यक्त महिलाएं, कुष्ठ रोगी, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर भी शामिल हैं. इस समय 4 लाख 15 हजार 993 बुजुर्ग, 1 लाख 25 हजार 343 विधवा, एकल नारी, निराश्रित महिलाएं, 1 हजार 482 कुष्ठ रोगी और 150 ट्रांसजेंडर सहित करीब 6 लाख 9 हजार लोगों को पेंशन दी जा रही है. 70 वर्ष से अधिक उम्र के 3 लाख 7 हजार बुजुर्ग भी लाभान्वित हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें- मंडी शराब मामला: पुलिस की 72 घंटे की 'बहादुरी' के बाद कई बड़े सवाल, क्या कार्रवाई के लिए जरूरी थी 7 लोगों की मौत?

शिमला: हिमाचल बेशक छोटा पहाड़ी राज्य है, लेकिन सामाजिक सुरक्षा पेंशन के मामले में यहां बड़ा काम हो रहा है. प्रदेश में 4 लाख से अधिक बुजुर्गों को पेंशन का लाभ मिल रहा है. कुल छह लाख पात्र लोगों को पेंशन मिल रही है. पेंशन पर सालाना 1037 करोड़ खर्च हो रहे हैं. चार साल पहले ये आंकड़ा 436 करोड़ रुपये था. 2021 में यह बजट बढ़कर 1037 करोड़ रुपये हो चुका है.

दरअसल, 2017 में सरकार बनते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहली मंत्रिमंडल बैठक में बुजुर्गों के लिए दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन उम्र को 80 से घटाकर 70 कर दिया था. साथ ही इसमें आयु सीमा की शर्त भी हटा ली गई. इससे बुजुर्गों को आय प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया से निजात मिली. इसके साथ ही बुजुर्ग महिलाओं के लिए आयु सीमा में पांच वर्ष की और छूट दी गई है. अब बुजुर्ग महिलाओं को बिना आय सीमा के 65 की उम्र से पेंशन दी जा रही है. इन निर्णयों से लाखों बुजुर्ग लाभान्वित हुए.

चार साल में 1 लाख 95 हजार नए पेंशन आवेदन स्वीकृत: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने पहली मंत्रिमण्डल बैठक में बुजुर्गों के लिए दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन उम्र को 80 से घटाकर 70 कर दिया था. साथ ही इसमें आयु सीमा की शर्त भी हटा ली गई. इससे बुजुर्गों सरकार के चार साल कार्यकाल में ही 1 लाख 95 हजार 3 नए पेंशन के आवेदन स्वीकृत हुए हैं. इन फैसलों से वृद्धजनों का आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है. सरकार की ओर से 60 से 69 वर्ष के बुजुर्गों को 850 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है. इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को 1500 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिल रही है. दोनों वर्गों के लिए वृद्वास्था पेंशन को मौजूदा सरकार ने क्रमशः 700 से बढ़ाकर 850 और 1250 से बढ़ाकर 1500 किया.

किस वर्ग में कितना लाभार्थी: सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में बुजुर्गों के अलावा, विधवा, एकल नारी, परित्यक्त महिलाएं, कुष्ठ रोगी, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर भी शामिल हैं. इस समय 4 लाख 15 हजार 993 बुजुर्ग, 1 लाख 25 हजार 343 विधवा, एकल नारी, निराश्रित महिलाएं, 1 हजार 482 कुष्ठ रोगी और 150 ट्रांसजेंडर सहित करीब 6 लाख 9 हजार लोगों को पेंशन दी जा रही है. 70 वर्ष से अधिक उम्र के 3 लाख 7 हजार बुजुर्ग भी लाभान्वित हो रहे हैं.

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