नाहनः वैश्विक महामारी कोरोना के बीच बेशक देश सहित प्रदेश में धीरे-धीरे जीवन पटरी पर लौटने लगा है, लेकिन अब भी ऐसे कुछ लोग हैं, जो संक्रमण से बचाव के लिए समाज के प्रति अपना दायित्व निभा रहे हैं.
इन्हीं में से एक जिला मुख्यालय नाहन की रहने वाली महिला ममता भारद्वाज है. कोरोना के खिलाफ ममता का मैराथन अभियान लगातार जारी है. पिछले तकरीबन 10 महीने से वह सिलाई मशीन से खुद कपड़े के मास्क तैयार कर निशुल्क जरूरतमंद लोगों को बांट रही हैं.
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर नाहन के अमरपुर मोहल्ला की रहने वाली ममता भारद्वाज अभी लगातार मास्क बनाने के कार्य में जुटी हुई हैं. जब देश में लॉकडाउन लगा, तभी से ममता भारद्वाज ने घर में ही कपड़े से बने मास्क बनाने का काम शुरू किया.
जिसके बाद उनके इस अभियान में ममता के परिवार की अन्य महिलाएं भी उनके साथ जुड़ना शुरू हुई. ममता भारद्वाज के साथ उनके परिवार की दो अन्य महिलाएं मास्क बनाने का काम कर रही हैं. सैकड़ों मास्क तैयार कर ममता इन्हें जरूरतमंद लोगों के बीच बांट चुकी हैं. जो भी व्यक्ति उन्हें बिना मास्क के मिलता है, वह उन्हें मास्क उपलब्ध करवा देती हैं.
ममता भारद्वाज ने बताया कि वह कोरोना काल से ही मास्क बनाने में लगी हुई हैं और अब अनलॉक होने के बाद मास्क बहुत जरूरी हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार इस बारे देशवासियों से अपील कर रहे हैं. जिसके चलते ममता लगातार मास्क बनाने का काम कर रही है, ताकि संक्रमण से बचाव हो सकें.
वहीं, ममता भारद्वाज की एक अन्य परिजन सीमा रानी ने बताया कि वह लोग सामूहिक रूप से मास्क बनाने में जुटे हुए हैं, ताकि सभी लोग मास्क का प्रयोग करके अपने आप को सुरक्षित रख सके. वहीं, अनीता ने बताया कि वह भी इस काम में लगातार जुटी हुई हैं और सब लोग मिलकर मास्क बनाने में लगे हुए हैं.
बता दें कि कोरोना को लेकर जहां अब लोगों में डर खत्म होता दिखाई दे रहा हैं. वहीं, ममता भारद्वाज सहित उनके परिवार की महिलाएं कोरोना के खिलाफ जंग में अपने स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.