ETV Bharat / city

सिरमौर की बद्रीपुर में फैक्ट्री फैला रही प्रदूषण, ग्रामीणों ने एकजुट होकर बंद करवाया प्लांट - paonta sahiba factory ban news

सिरमौर जिले की बद्रीपुर पंचायत में अवैध फैक्ट्री से निकल रहे धुएं को लेकर लोगों के सब्र का बांध टूट गया. गुस्साए लोगों ने मौके पर पहुंच कर प्रधान व पुलिस की मदद से प्लांट को बंद करवा दिया.

Illegal factory in Badripur
author img

By

Published : Oct 6, 2019, 6:31 PM IST

पांवटा साहिबः सिरमौर जिले की बद्रीपुर पंचायत में अवैध फैक्ट्री से निकल रहे धुएं से गुस्साए स्थानीय लोगों ने शनिवार रात जमकर हंगामा किया. लोगों ने देर रात फैक्ट्री का घेराव कर मालिक से काम बंद करने को कहा. स्थानीय लोगों ने मौके पर पंचायत प्रधान व पुलिस को भी बुलाया.

लोगों ने कहा कि फैक्ट्री से निकलता धुएं से सांस लेने भी दिक्कत हो रही है. उनका कहना है कि एलुमिनियम पिघलाकर ब्रिक्स बनाने वाली यह फैक्ट्री रात होते ही काला धुआं छोड़ती थी. बीती रात भी फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में दम घोंटने वाला धुंआ निकला तो लोगों के सब्र का बांध टूट गया. बद्रीपुर पंचायत के प्रधान सहित दर्जनों लोग फैक्ट्री परिसर में पहुंचे और गुस्साए लोगों ने प्लांट को बंद करवा दिया.

लोगों ने बताया कि इस प्लांट में रद्दी फॉयल पेपर पिघलाकर इनसे एलुमिनियम ब्रिक बनाई जाती है. इसका अधिकतर रॉ मैटेरियल फार्मा प्लांट के रिजेक्टेड टैबलेट स्ट्रिप्स होते हैं. इन स्ट्रिप्स पर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है. एल्युमीनियम की टेबलेट स्ट्रिप्स को जलाए जाने से बेहद खतरनाक काला धुआं निकलता है.

वीडियो.

प्लांट में पोलुशन कन्ट्रोल डिवाइस न लगे होने के कारण धुंआं आसपास के खुले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा था. इस धुएं के कारण कई किलोमीटर क्षेत्र में लोगों का जीना मुशकिल हो गया है. स्थानीय पंचायत ने इस प्लांट के संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्लांट प्रदूषण नियंत्रण नियमों पर खरा नहीं उतरता.

एलुमिनियम स्ट्रिप्स को मनमाने ढंग से आग लगा दी जाती है और धातू पिघलाने वाली भट्टी के ऊपर लगने वाले डिवाइस भी नहीं लगे हैं. पंचायत के लोगों का कहना है कि प्लांट से निकलने वाले धुंए की वजह से बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है.

स्थानीय पंचायत प्रधान का आरोप है कि इस प्लांट को तय मानकों के हिसाब से पॉल्यूशन डिवाइस लगाने की शर्त पर एनओसी दी गई थी, लेकिन प्लांट के संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण और धूएं की रोकथाम के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं.

वहीं, कंपनी के मालिक सुल्तान मलिक ने माना कि कंपनी परीसर में एलुमिनियम फॉयल स्ट्रिप्स गलत तरीके से जलाए गए. मलिक ने कहा कि जब तक एलुमिनियम फॉयल स्ट्रिप्स जलाने का सही इंतजाम नहीं होता कंपनी में काम बंद रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें- वन रक्षक होशियार सिंह मामला: सीबीआई ने वन विभाग से रिकॉर्ड कब्जे में लिया

पांवटा साहिबः सिरमौर जिले की बद्रीपुर पंचायत में अवैध फैक्ट्री से निकल रहे धुएं से गुस्साए स्थानीय लोगों ने शनिवार रात जमकर हंगामा किया. लोगों ने देर रात फैक्ट्री का घेराव कर मालिक से काम बंद करने को कहा. स्थानीय लोगों ने मौके पर पंचायत प्रधान व पुलिस को भी बुलाया.

लोगों ने कहा कि फैक्ट्री से निकलता धुएं से सांस लेने भी दिक्कत हो रही है. उनका कहना है कि एलुमिनियम पिघलाकर ब्रिक्स बनाने वाली यह फैक्ट्री रात होते ही काला धुआं छोड़ती थी. बीती रात भी फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में दम घोंटने वाला धुंआ निकला तो लोगों के सब्र का बांध टूट गया. बद्रीपुर पंचायत के प्रधान सहित दर्जनों लोग फैक्ट्री परिसर में पहुंचे और गुस्साए लोगों ने प्लांट को बंद करवा दिया.

लोगों ने बताया कि इस प्लांट में रद्दी फॉयल पेपर पिघलाकर इनसे एलुमिनियम ब्रिक बनाई जाती है. इसका अधिकतर रॉ मैटेरियल फार्मा प्लांट के रिजेक्टेड टैबलेट स्ट्रिप्स होते हैं. इन स्ट्रिप्स पर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है. एल्युमीनियम की टेबलेट स्ट्रिप्स को जलाए जाने से बेहद खतरनाक काला धुआं निकलता है.

वीडियो.

प्लांट में पोलुशन कन्ट्रोल डिवाइस न लगे होने के कारण धुंआं आसपास के खुले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा था. इस धुएं के कारण कई किलोमीटर क्षेत्र में लोगों का जीना मुशकिल हो गया है. स्थानीय पंचायत ने इस प्लांट के संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्लांट प्रदूषण नियंत्रण नियमों पर खरा नहीं उतरता.

एलुमिनियम स्ट्रिप्स को मनमाने ढंग से आग लगा दी जाती है और धातू पिघलाने वाली भट्टी के ऊपर लगने वाले डिवाइस भी नहीं लगे हैं. पंचायत के लोगों का कहना है कि प्लांट से निकलने वाले धुंए की वजह से बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है.

स्थानीय पंचायत प्रधान का आरोप है कि इस प्लांट को तय मानकों के हिसाब से पॉल्यूशन डिवाइस लगाने की शर्त पर एनओसी दी गई थी, लेकिन प्लांट के संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण और धूएं की रोकथाम के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं.

वहीं, कंपनी के मालिक सुल्तान मलिक ने माना कि कंपनी परीसर में एलुमिनियम फॉयल स्ट्रिप्स गलत तरीके से जलाए गए. मलिक ने कहा कि जब तक एलुमिनियम फॉयल स्ट्रिप्स जलाने का सही इंतजाम नहीं होता कंपनी में काम बंद रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें- वन रक्षक होशियार सिंह मामला: सीबीआई ने वन विभाग से रिकॉर्ड कब्जे में लिया

Intro:फैक्ट्री के धुए से ग्रामीण परेशान
बीती रात को धुआ फेकने वाली फैक्ट्री को ग्रामीणों ने करवाई बंद
गुस्साए लोग एकजुट होकर पहुंचे फैक्ट्री में
पंचायत प्रधान रहे मौजूदBody:

एंकर - पांवटा साहिब के बद्रीपुर पंचायत में समीप चल रही एक अवैध फैक्ट्री को स्थानीय पंचायत के लोगों ने बंद करवा दिया। अल्मुनियम पिघलाकर ब्रिक्स बनाने वाली यह फैक्गट्री रात होते ही धुआं छोड़ती थी। बीती रात भी फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में दम घोंटने वाला दुआ निकला तो लोगों के सब्र का बांध टूटा। बद्रीपुर पंचायत के प्रधान सहित दर्जनों लोग फैक्ट्री परिसर में पहुंचे और गुस्साए लोगों ने प्लांट को बंद करवा दिया।
वीओ - इस प्लांट में रद्दी फॉयल पेपर पिघलाकर इनसे अल्मुनियम ब्रिक बनाई जाती है। इसका अधिकतर रॉ मैटेरियल फार्मा प्लांट के रिजेक्टेड टैबलेट स्ट्रिप्स होते हैं। इन स्ट्रिप्स पर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है। एल्युमीनियम की टेबलेट स्ट्रिप्स को जलाए जाने से बेहद खतरनाक काला धुआं निकलता है। प्लांट में पोलुशन कन्ट्रोल डिबाइस न लगे होने के कारण धुंआं आसपास के खुले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा है। इस धुएं के कारण कई किलोमीटर क्षेत्र में लोगों का जीना दूभर हो गया है।
बाइट- स्थानीय ग्रामीण।
वीओ - स्थानीय पंचायत ने इस प्लांट के संचालकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि प्लांट प्रदूशन नियंत्रण नियमों को पूरा नहीं करता। एलमुनियम स्ट्रिप्स को मनमाने ढंग से आग लगा दी जाती है और धातू पिधलाने वाली भटियों के उपर लगने वाले सक्शन डिवाइस भी नहीं लगे हैं। जिसकी वहज से इस प्रक्रिया में निकलने वाला धुआं खुले आसमान में छोड़ा जाता है। लोग इस बात को लेकर हैरान है कि नियम पूरे ना होने के बावजूद प्लांट को चलाने की अनुमति कैसे दी गई है।
बाइट - रामलाल शर्मा, पंचायत प्रधान।
वीओ - स्थानीय पंचायत प्रधान का आरोप है कि इस प्लांट को तय मानकों के हिसाब से पोलूशन डिवाइस लगाने की शर्त पर एनओसी दी गई थी लेकिन प्लांट के संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण और धूंएं की रोकथाम के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं। बीती रात्रि लगभग 10 बजे भी फैक्ट्री में अल्मुनियम कंटेंट जलाया गया। जिसका धुआं पावटा शहर तक लगभग 4 किलोमीटर क्षेत्र तक फैल गया। ऐसे में गुस्साए ग्रामीण स्थानीय पंचायत प्रधान के साथ मिलकर फेक्ट्री पहुंचे और फैक्ट्री को बंद करवा दिया। इस दौरान पंचायत के लोगों व संचालकों के बीच जमकर हंगामा भी हुआ। पंचायत के लोगों का कहना है कि प्लांट से निकलने वाले धुंए की वजह से बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं। ऐसे में पंचायत द्वारा प्लांट की एनओसी रद्द कर दी गई थी लेकिन बावजूद इसके संचालक इसे अवैध रूप से चला रहे हैं। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है ताकि पता लग सके कि बेहद अधिक प्रदूषण फैलाने वाला ही है प्लांट किस किस पर चल रहा था।
बाइट- रामलाल शर्मा पंचायत प्रधान।
वीओ - उधर कम्पनी के मालिक सुल्तान मलिक ने माना कि कम्पनी परीसर में ऐलमुनियम फाॅयल स्ट्रिप्स गलत तरीके से जलाए गए। मलिक ने कहा कि जब तक ऐलमुनियम फाॅयल स्ट्रिप्स जलाने का सही इंतजाम नहीं होता कम्पनी में काम बंद रखा जाएगा।
बाइट - सुल्तान मलिक, प्लांट संचालक।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.