पांवटा साहिबः सिरमौर जिले की बद्रीपुर पंचायत में अवैध फैक्ट्री से निकल रहे धुएं से गुस्साए स्थानीय लोगों ने शनिवार रात जमकर हंगामा किया. लोगों ने देर रात फैक्ट्री का घेराव कर मालिक से काम बंद करने को कहा. स्थानीय लोगों ने मौके पर पंचायत प्रधान व पुलिस को भी बुलाया.
लोगों ने कहा कि फैक्ट्री से निकलता धुएं से सांस लेने भी दिक्कत हो रही है. उनका कहना है कि एलुमिनियम पिघलाकर ब्रिक्स बनाने वाली यह फैक्ट्री रात होते ही काला धुआं छोड़ती थी. बीती रात भी फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में दम घोंटने वाला धुंआ निकला तो लोगों के सब्र का बांध टूट गया. बद्रीपुर पंचायत के प्रधान सहित दर्जनों लोग फैक्ट्री परिसर में पहुंचे और गुस्साए लोगों ने प्लांट को बंद करवा दिया.
लोगों ने बताया कि इस प्लांट में रद्दी फॉयल पेपर पिघलाकर इनसे एलुमिनियम ब्रिक बनाई जाती है. इसका अधिकतर रॉ मैटेरियल फार्मा प्लांट के रिजेक्टेड टैबलेट स्ट्रिप्स होते हैं. इन स्ट्रिप्स पर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है. एल्युमीनियम की टेबलेट स्ट्रिप्स को जलाए जाने से बेहद खतरनाक काला धुआं निकलता है.
प्लांट में पोलुशन कन्ट्रोल डिवाइस न लगे होने के कारण धुंआं आसपास के खुले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा था. इस धुएं के कारण कई किलोमीटर क्षेत्र में लोगों का जीना मुशकिल हो गया है. स्थानीय पंचायत ने इस प्लांट के संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्लांट प्रदूषण नियंत्रण नियमों पर खरा नहीं उतरता.
एलुमिनियम स्ट्रिप्स को मनमाने ढंग से आग लगा दी जाती है और धातू पिघलाने वाली भट्टी के ऊपर लगने वाले डिवाइस भी नहीं लगे हैं. पंचायत के लोगों का कहना है कि प्लांट से निकलने वाले धुंए की वजह से बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है.
स्थानीय पंचायत प्रधान का आरोप है कि इस प्लांट को तय मानकों के हिसाब से पॉल्यूशन डिवाइस लगाने की शर्त पर एनओसी दी गई थी, लेकिन प्लांट के संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण और धूएं की रोकथाम के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं.
वहीं, कंपनी के मालिक सुल्तान मलिक ने माना कि कंपनी परीसर में एलुमिनियम फॉयल स्ट्रिप्स गलत तरीके से जलाए गए. मलिक ने कहा कि जब तक एलुमिनियम फॉयल स्ट्रिप्स जलाने का सही इंतजाम नहीं होता कंपनी में काम बंद रखा जाएगा.
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