नाहन: हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के करीबी नेताओं में से एक माने जाने वाले सिरमौर जिला के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं सिरमौर जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष दलीप सिंह चौहान को लेकर शिलाई कांग्रेस ने निष्कासन प्रस्ताव पारित किया है. शिलाई कांग्रेस मंडल (Shillai Congress Mandal) ने दलीप चौहान पर पार्टी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप जड़े है.
बुधवार को शिलाई कांग्रेस ने कांग्रेस महासचिव चंद्रमोहन ठाकुर (Congress General Secretary Chandramohan Thakur) की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की, जिसमें शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान (Shillai MLA Harshvardhan Chauhan) भी मौजूद रहे. बैठक में एक स्वर में कांग्रेसी नेता दलीप चौहान (Congress leader Dalip Chauhan) को पार्टी से निष्कासित करने की वकालत करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया.
वहीं, शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान (Shillai MLA Harshvardhan Chauhan) ने आयोजित पत्रकारवार्ता में इस बाबत पूछे सवाल में जवाब में कहा कि कुछ कांग्रेस पार्टी के लोगों की भाजपा के लोगों के साथ यारी दोस्ती है. विधानसभा चुनाव हो या फिर जिला परिषद के चुनाव में भाजपा की मदद करते आए हैं. इन बातों की कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी काफी समय से जानकारी थी. इन्हीं बातों को आज जनरल हाउस में उठाया गया. इस बीच शिलाई कांग्रेस ने ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित किया, जिसमें दलीप चौहान सहित एक अन्य को पार्टी से निष्कासित किया गया है.
दूसरी तरफ शिलाई कांग्रेस मंडल (Shillai Congress Mandal) अध्यक्ष सीताराम शर्मा ने बताया कि पार्टी के खिलाफ पिछले कुछ समय से दलीप सिंह चौहान के कार्य करने की शिकायतें मिल रही थी. इसके चलते शिलाई में आज एक जनरल हाउस के दौरान सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया कि दलीप सिंह चौहान को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला बैठक उपरांत प्रदेश कार्यकारिणी को भेजा गया है.
वहीं, इस मामले में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस सचिव दलीप सिंह चौहान ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि वह पार्टी के ओहदेदार पद पर हैं. पार्टी हाईकमान के निर्देश पर वह इस पद पर नियुक्त हुए हैं. पार्टी से निष्कासन शिलाई कांग्रेस का कोई हक नहीं है.
दलीप चौहान ने कहा कि शिलाई कांग्रेस यह बात साबित करे कि उन्होंने कब पार्टी के खिलाफ कार्य किया है. वह हमेशा कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठावान रहे हैं और पार्टी के लिए ही जीते हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समय से लेकर वह पार्टी के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिलाई कांग्रेस किसी एक की जागीर नहीं है. यह एक संगठन है, जिसमें सभी की भूमिका अहम हैं.
ये भी पढ़ें- जिला परिषद सदस्य कविता कंटू मौत मामला, कुलदीप राठौर ने की जांच की मांग