पांवटा साहिब: पांवटा (Municipal Council Paonta Sahib) में डंपिंग साइट के विरोध के कारण शहर में कूड़ा निष्पादन की समस्या विकराल रूप लेती जा (Kedarpur people protest in paonta) रही है. नगर परिषद पांवटा साहिब की डंपिंग साइट को लेकर ग्रामीणों ने एक बार फिर विरोध जताया है और बुधवार को इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Paonta villagers protest against garbage problem ) भी किया. बता दें, नगर परिषद द्वारा 13 वार्डों में गंदगी को लेकर 13 वाहन लगाए गए हैं ताकि शहर को साफ रखा जा सके, लेकिन 3 दिनों से पांवटा में कूड़ा नहीं उठाया गया (garbage disposal problem in Paonta) है.
20 वर्षों से केदारपुर में कई हेक्टर में डंपिंग साइट बनाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए कई बार 55 लाख रुपये से अधिक राशि भी नगर परिषद को मिली लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप और नगर परिषद की इच्छाशक्ति की कमी और ढुलमुल रवैया के कारण 20 वर्ष बाद भी डंपिंग साइट अधूरी पड़ी है. इस बारे में नव विभाग द्वारा पहले ही नगर परिषद को सख्त निर्देश दिए हैं कि यमुना नदी किनारे उनकी जमीन पर शहर का कूड़ा न डाला जाए.
बता दें, एनजीटी पहले ही नगर परिषद पांवटा साहिब को चेतावनी दे चुकी थी की जल्द से जल्द नगर परिषद पांवटा अपनी डंपिंग साइट बना लें, लेकिन इस बात को भी दो वर्ष बीत चुके हैं. अगर जल्द ही नगर परिषद पांवटा अपनी डंपिंग साइट नहीं बना पाई तो कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.
वहीं, इस मामले में एसडीएम विवेक महाजन ने (Paonta sdm on garbage disposal problem) बताया कि केदारपुर में नगर परिषद पांवटा साहिब की डंपिंग साइट को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया है, जिसके चलते कूड़ा निष्पादन में विकट स्थिति बनी हुई थी. फिलहाल ग्रामीणों को शांत किया गया है आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
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