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घंटों तड़पती रही युवती, अस्पताल में नहीं है एंटी रेबीज इंजेक्शन

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Published : Dec 11, 2019, 12:23 PM IST

पांवटा साहिब में सोमवार को एक युवती को बंदर ने नोंच लिया था और उसे पांवटा साहिब अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने के कारण लड़की घंटों अस्पताल कैंपस में तड़पती रही लेकिन रोगी कल्याण समिति एंटी रेबीज इंजेक्शन मुहैया नहीं करवा पाई.

anti rabbies injection Paonta Sahib hospital
एंटी रैबीज इंजेक्शन पांवटा साहिब अस्पताल

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में बंदर ने एक युवती पर हमला कर दिया, जिसके बाद उसे पांवटा सिविल अस्पताल लाया गया. जब युवती अस्पताल पहुंची तो अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन ही नहीं मिला जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया.

बता दें कि पांवटा साहिब में सोमवार को एक युवती को बंदर ने नोंच लिया था और उसे पांवटा साहिब अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने के कारण लड़की घंटों अस्पताल कैंपस में तड़पती रही लेकिन रोगी कल्याण समिति एंटी रैबीज इंजेक्शन मुहैया नहीं करवा पाई.

वीडियो रिपोर्ट

बता दें कि रोगी कल्याण समिति ने लाखों रुपये का बजट आपातकालीन दवाओं को खरीदने के लिए रखा होता है लेकिन पांवटा में उस बजट को इस्तेमाल ही नहीं किया जा रहा है जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

यहीं नहीं कुछ दिन पहले भी एक बच्चे को कुत्ते के काटने की वजह से सिविल अस्पताल लाया गया था लेकिन एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने के कारण उस बच्चे को नाहन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. वहीं, एसएमओ व अध्यक्ष रोगी कल्याण समीति पांवटा अस्पताल संजीव सहगल ने माना की कुछ समय से एंटी रेबीज इंजेक्शन सप्लाई ही नहीं आ रही हैं.

इस बारे में रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन एम एल आर वर्मा ने कहा कि अगर आपातकालीन में कोई दवा खत्म है और खरीदनी पड़े तो रोगी कल्याण समिति को खरीदनी चाहिए. वह इस बारे में सिविल अस्पताल इंचार्ज से बात करेंगे.

ये भी पढ़ें: PMVY से महिलाओं-शिशुओं का सही पोषण, कुल्लू में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को मिल चुके हैं 4.90 करोड़

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में बंदर ने एक युवती पर हमला कर दिया, जिसके बाद उसे पांवटा सिविल अस्पताल लाया गया. जब युवती अस्पताल पहुंची तो अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन ही नहीं मिला जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया.

बता दें कि पांवटा साहिब में सोमवार को एक युवती को बंदर ने नोंच लिया था और उसे पांवटा साहिब अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने के कारण लड़की घंटों अस्पताल कैंपस में तड़पती रही लेकिन रोगी कल्याण समिति एंटी रैबीज इंजेक्शन मुहैया नहीं करवा पाई.

वीडियो रिपोर्ट

बता दें कि रोगी कल्याण समिति ने लाखों रुपये का बजट आपातकालीन दवाओं को खरीदने के लिए रखा होता है लेकिन पांवटा में उस बजट को इस्तेमाल ही नहीं किया जा रहा है जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

यहीं नहीं कुछ दिन पहले भी एक बच्चे को कुत्ते के काटने की वजह से सिविल अस्पताल लाया गया था लेकिन एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने के कारण उस बच्चे को नाहन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. वहीं, एसएमओ व अध्यक्ष रोगी कल्याण समीति पांवटा अस्पताल संजीव सहगल ने माना की कुछ समय से एंटी रेबीज इंजेक्शन सप्लाई ही नहीं आ रही हैं.

इस बारे में रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन एम एल आर वर्मा ने कहा कि अगर आपातकालीन में कोई दवा खत्म है और खरीदनी पड़े तो रोगी कल्याण समिति को खरीदनी चाहिए. वह इस बारे में सिविल अस्पताल इंचार्ज से बात करेंगे.

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Intro:गुरु की नगरी पांवटा सिविल अस्पताल में उस समय माहौल काफी तनाव पुर्ण हो गया जब बंदर द्वारा नोची गई एक यूवती को लाया गया और अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन ही नही मिला। पीड़ित युवती को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ाBody:मामला पोंटा साहिब के सिविल अस्पताल का है जहां पर सोमवार को एक युवती जो की शिलाई से आई थी उसे बंदर ने नोंच लिया था एंटीरैबीज इंजेक्शन नहीं होने के कारण घंटों अस्पताल कैंपस में तड़पती रही लेकिन रोगी कल्याण समीति उसे एंटी रैबीज इंजेक्शन मुहय्या नही करवा पाई।

जबकि अस्पताल कि रोगी कल्याण समिति आपातकाल में इंजेक्शन खरीद कर उसकी मदद कर सकती थी लेकिन रोगी कल्याण समीति ने ऐसा नहीं किया।

बता दें कि रोगी कल्याण समिति द्वारा लाखों रुपए का बजट आपातकालीन दवाओं को खरीदने के लिए रखा जाता है लेकिन पांवटा में उस बजट को इस्तेमाल ही नहीं किया जा रहा है जिसके कारण आम लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसी रोगी कल्याण समिति किस काम की जो आपातकाल में दवाएं खरीदकर गरीब लोगों के दर्द को कम भी न कर पाए।

तीन दिन पहले भी बच्चे को किया था रैफर

पांवटा सिविल अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन के कारण बीते कल भी एक बच्चे को नाहन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। उस बच्चे को कुत्ते ने नोच खाया था

वही इस बारे में SMO व अध्यक्ष रोगी कल्याण समीति पांवटा अस्पताल संजीव सहगल ने माना की कुछ समय से एंटी रैबीज इंजेक्शन सप्लाई ही नही आआ रहे हैं।

पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आपातकाल में रोगी कल्याण समीति द्वारा दवाएं खरीदी जा सकती हैं।

Conclusion:इस बारे में रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन एस डी एम एल आर वर्मा ने ने वर्मा ने ने एम एल आर वर्मा ने ने वर्मा ने ने एल आर वर्मा ने ने आर वर्मा ने कहा कि अगर आपातकालीन में कोई दवा खत्म है और खरीदनी पड़े तो रोगी कल्याण समिति को खरीदनी चाहिए वह इस बारे में सिविल अस्पताल इंचार्ज से बात से बात इंचार्ज से बात से बात करेंगे।
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