पांवटा साहिब: सिरमौर जिला का उपमंडल पांवटा साहिब 3 राज्यों के बॉर्डर सीमा पर स्थित होने की वजह से संवेदनशील क्षेत्र कहा जाता है. ऐसे में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा पांवटा साहिब में है. यहां प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती शहर को कोरोना संक्रमण से बचाना है.
पांवटा साहिब एसडीएम एलआर वर्मा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि लॉकडाउन के चलते दिन हो या रात सूचना मिलते ही वह खुद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचते हैं. जरूरतमंदों के लिए भोजन की व्यवस्था करवाई जा रही है.
एसडीएम ने बताया कि पांवटा साहिब पहुंचे 35 जमातियों को क्वारंटाइन सेंटर तारूवाला स्कूल में रखा गया है. उनके ठहरने और भोजन की सुविधा भी की गई है. तबलिगी जमातियों से जुड़े दो लोगों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद साथ लगती 6 पंचायतों को सील किया गया. इस दौरान गांव वालों की सुविधा का भी पूरा ख्याल रखा गया.
एसडीएम पांवटा ने बताया कि यहां पर कई उद्योग होने की वजह से यूपी-बिहार के हजारों मजदूर काम करने के लिए पहुंचते हैं, जिन्हें अभी तक राशन मुहैया करवाया जा रहा है. बाहरी राज्यों के मजदूर घर जा रहे हैं जबकि पांवटा से अभी तक कोई भी मजदूर घर नहीं गया है. ये प्रशासन की सबसे बड़ी उपलब्धि है. पांवटा एसडीएम एलआर वर्मा ने स्पष्ट किया कि वह आने वाले समय में भी कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
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