नाहनः प्राइमरी स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू होने से एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकाओं में रोजगार की उम्मीद जगी है. मामले को लेकर जिला सिरमौर एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिका संघ ने प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन भेजा, जिसमें उन्हें रोजगार देने की मांग की गई है.
एनटीटी अध्यापिकाओं को रोजगार की उम्मीद
दरअसल प्रदेश सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू की है. प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू होने से स्कूलों में जहां बच्चों की संख्या बढ़ जाएगी. वहीं, अध्यापकों पर अतिरिक्त बोझ भी पड़ेगा. दूसरी ओर प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी एनटीटी अध्यापिकाओं में भी रोजगार की नई उम्मीद जगी है.
डीसी के माध्यम से सरकार को भेजा ज्ञापन
नाहन में डीसी सिरमौर के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजने वाली एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एनटीटी अध्यापिकाएं नर्सरी के बच्चों को पढ़ाने के लिए सक्षम है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार उन्हें यह मौका देती है, तो वह बखूबी अपना कार्य करेंगी. एनटीटी अध्यापिका संघ ने इस बारे में डीसी सिरमौर के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है, जिसमें उन्हें रोजगार देने की मांग की गई है.
250 एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकाएं
बता दें कि जिला सिरमौर में करीब 250 एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकाएं है, जो पिछले लंबे समय से बेरोजगार हैं. फिलहाल बच्चों को पढ़ाने का कार्य स्कूलों में नियुक्त जेबीटी अध्यापक कर रहे हैं. एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकाओं का यह भी कहना है कि इन बच्चों को पढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी दावा कर रही है. ऐसे में यदि इन्हें नियुक्ति दी गई तो एनटीटी अध्यापिकाएं हमेशा के लिए बेरोजगार हो जाएंगी. उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि इन पदों पर उन्हें नियुक्त किया जाए.
कुल मिलाकर सरकार के फैसले से एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकाओं में रोजगार की आस जगी है. देखना यह होगा कि अब सरकार एनटीटी प्रशिक्षित अध्यापिकाओं की इस मांग पर कितना गौर फरमाती है.
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