पांवटा साहिब: राष्ट्रीय राज्य मार्ग सतौन के समीप कच्ची ढांग की दशा नहीं सुधर रही है. दरअसल 31 सितंबर को जोरदार बारिश से कच्ची ढांग के पास भूस्खलन होने से सड़क बाधित हो गई थी जिसके चलते गिरिपार के 250 गांव का संपर्क सिरमौर से कट गया था.
हालांकि, मौके पर पहुंचे ऊर्जा मंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द इस समस्या का समाधान किया जाएगा और नेशनल हाईवे विभाग की टीम ने 4 दिनों के बाद सड़क को बहाल कर दिया था. बारिश के कारण सड़क पर भूस्खलन हो रहा है जिसके कारण लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. बता दें कि सड़क के ऊपर पत्थरों पर चलने से वाहन चालक कई बार हादसों का शिकार हुए हैं.
लोग रोजाना इस सड़क पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर है. लोक निर्माण विभाग इस सड़क का कोई पुख्ता समाधान नहीं कर रहा है. इस सड़क की समस्या की ओर न तो कोई स्थानीय नेता ध्यान दे रहा है और न ही प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई हो रही है. जिसका खामियाजा क्षेत्र के ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है.
वहीं, बस ऑपरेटर सोसायटी के प्रधान मामराज शर्मा ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क को ठीक करने के लिए 50 लाख से अधिक की राशि खर्च की है लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकला है.
उन्होंने कहा कि रोजाना यहां से 60 रूटों पर बसें चलती है. ऐसे में घर से निकल रहे सवारी पहले फोन करके पूछ रही है कि कच्ची ढांग खुली है या नहीं. छोटे से लेकर बड़े वाहन चालकों को रोजाना कच्ची ढांग पर घंटो तक इंतजार करना पड़ता है.
वहीं, इस संदर्भ में अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि बारिश होने से यहां पर भूस्खलन हो रहा है. राहगीरों को सुविधा पहुंचाने के लिए एक बुलडोजर मशीन, एक जेसीबी मशीन और एक एलएनटी मशीन तैनात की गई है ताकि सड़क को जल्द दुरुस्त किया जाए. वहीं, उन्होंने बताया कि इस सड़क पर अभी तक लगभग सात से आठ लाख रुपये तक का खर्चा हो चुका है.
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