पांवटा साहिब: नेशनल हाईवे 707 सतौन के समीप कच्ची ढांक पर भारी भूस्खलन होने के कारण 3 दिनों से वाहनों की आवाजाही बंद है. भूस्खलन के कारण लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. सतौन मानल, पोका, शिलाई, हरिपुरधार, रोहडू, मस्त भोज, कफोटा, टिम्बी, रेणुका के लोग नदी के रास्ते पैदल चल कर अपनी मंजिल तक पहुंच रहे हैं.
कच्ची ढांक पर भारी भूस्खलन से गिरीपार क्षेत्र के सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट चुका है. वहीं, डीएसपी बीर बहादुर ने पुरुवाला थाना प्रभारी को सख्त आदेश जारी किए हैं कि भूस्खलन के दोनों ओर पुलिस टीम तैनात की जाए. पुलिस लोगों को भू-स्खलन के बारे में जानकारी दे. वहीं, डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि उन्होंने पुरुवाला थाना प्रभारी को आदेश दिए थे कि राजबन चौकी की टीम कच्ची ढांक के पास तैनात की जाए.
डीएसपी बीर बहादुर ने खुद भी मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया था. उन्होंने कहा कि लोग नदियों के रास्ते आवाजाही कर रहे हैं जिससे खतरा ज्यादा बढ़ सकता है. इन दिनों नदी नाले उफान पर हैं. ऐसे में लोगों को हानि पहुंच सकती है. डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि राजबन चौकी के दो पुलिसकर्मियों को कच्ची ढांक के दोनों ओर तैनात किया गया था. फिलहाल नेशनल हाईवे विभाग सड़क को बहाल करने में लगा हुआ है.
बता दें कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग-707 पर सतौन के नजदीक कच्ची ढांक में शनिवार को भारी भूस्खलन होने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. भूस्खलन से यातायात पूरी तरह से बाधित हो चुका है, जिसके बाद निरंतर भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है.
गौरतलब है कि पिछले साल भी कच्ची ढांक के समीफ भूस्खलन हुआ था. इसके चलते गिरीपार क्षेत्र व चौपाल सब डिवीजन के लाखों लोगों को 16-17 दिनों तक भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. हैरानी की बात यह है कि सरकार व प्रशासन के बार-बार संज्ञान में लाए जाने के बावजूद भी पिछले 1 साल में इस समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है और न ही सतौन भटरोग पुरुवाला मार्ग को दुरुस्त किया गया है.
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