पांवटा साहिब: भूस्खलन होने से नेशनल हाइवे 707 एक घंटे तक वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा, जिसके चलते सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी. हैरानी की बात ये है कि सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन का एक भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.
बता दें कि एनएच 707 सतोन, शिलाई, गुमा, चौपाल और रोहड़ू के लिए जाता है. पिछले 9 महीने पहले भी ये मार्ग बाधित हुआ था, जिसके चलते 17 दिनों के बाद मार्ग पर यातायात व्यवस्था शुरू हुई थी.
वही, सोमवार को एनएच पर लैंडस्लाइड होने और लंबा जाम लगने की सूचना मिलने के बाद सतौन पंचायत प्रधान ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें भेजकर मार्ग को बहाल करवाया, जिससे एनएच पर वाहनों की आवाजाही शुरू हुई.
हाटी अधिकार मंच के अध्यक्ष इंद्र सिंह राणा ने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रशासन को लिखित शिकायत भी दी गई है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि अगर संबंधित विभाग की ओर से जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा.
शिलाई विधायक हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि बारिश का मौसम आते ही नेशनल हाइवे 707 पर भूस्खलन होने की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग की ओर से कोई उचित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि एनएच 707 का ये मामला विधानसभा में उठाया जाएगा.
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