पांवटा साहिब: उपमंडल पांवटा साहिब के 13 वार्डों की आबादी 25000 पहुंच चुकी है. पांच साल पहले की बात की जाए तो यहां पर आबादी 17000 के आसपास थी. पांवटा साहिब में 5 सालों से नल जल योजना चल रही है. बढ़ती आबादी के कारण पानी की किल्लत हो रही है.
पांवटा साहिब में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. प्रशासन के लिए पानी की किल्लत को दूर करना एक बड़ी चुनौती है. वहीं, इस बारे में जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि पांवटा नगर निगम के अंतर्गत 13 वार्ड आते हैं जिनकी लगभग आबादी 25000 से अधिक है. उन्होंने बताया कि लोगों की पानी की किल्लत दूर करने के लिए 93 लाख रुपये की नई योजना तैयार की जा रही है, ताकि आने वाले समय में शहर में पानी की किल्लत लगभग 10 सालों तक ना हो पाए.
वहीं, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी से जब बातचीत की तो उन्होंने बताया कि पानी की किल्लत लोगों के लिए दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. लोगों को दो बार पानी की सप्लाई होती है, लेकिन आने वाले समय में पानी की समस्या बढ़ सकती है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद पांवटा भी कई हेंडपंप पांवटा साहिब में लगवा चुका है. उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से जो पांवटा के 13 वार्डों के लिए स्कीम चलाई गई थी उसमें अब आबादी बढ़ चुकी है.
एसएस नेगी ने कहा कि पिछले 5 साल की बात की जाए तो पांवटा के कई वार्डों की आबादी हजारों में बढ़ चुकी है. ऐसे में पानी की पुरानी योजना अब लोगों के लिए कम पड़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि एक मकान में कई किरायेदार रहते हैं. ऐसे में पानी की खपत भी ज्यादा हो रही है.
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