नाहनः केदार सिंह जिंदान हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार से किए गए वायदों को हिमाचल सरकार पूरा करे ये मांग दलित शोषण मुक्ति मंच ने की है. इसी को लेकर मंच का एक प्रतिनिधि मंडल डीसी सिरमौर से मिला और दलितों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर 10 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन राज्यपाल को भेजा.
मंच ने मांग करते हुए कहा कि दलित नेता जिंदान की हत्या के बाद सरकार ने जो भी वायदे पीड़ित परिवार से किए थे, उन्हें जल्द पूरा करे. चाहे, वह पत्नी को सरकारी नौकरी देने को हो या फिर बच्चों की पढ़ाई या 20 लाख रुपये का मुआवजा देना हो. इस दौरान मंच ने रोहडू में देवता के नाम पर हुए हमले के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग उठाई. मंच ने कहा कि दलितों पर हो रहे हमलों पर सरकार को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए.
दलित शोषण मुक्ति मंच के संयोजक आशीष कुमार ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पिछले साल सितंबर माह में हुए केदार सिंह जिंदान हत्याकांड के बाद परिवार से किए गए वायदों को सरकार जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए. आशीष कुमार ने मिड-डे मील व आंगनबाड़ी केंद्रों पर अनुसूचित जाति के बच्चों व सामान्य वर्ग के बच्चों को अलग कर भोजन करवाने वाले केंद्रों व स्कूलों के स्टाफ के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाने की मांग की.
मंच के संयोजक ने कहा कि संविधान सभी को बराबरी का अधिकार देता है तो ऐसे में सरकार को सभी बच्चों के लिए एक साथ भोजन करवाने की व्यवस्था को सुनिश्चित करना चाहिए. कुल मिलाकर दलितों के उत्पीड़न को लेकर दलित शोषण मुक्ति मंच ने मोर्चा खोलते हुए सरकार से इस दिशा में सख्त कदम उठाने की मांग की है.
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