शिमला: प्रदेश में साइबर अपराध बढ़ते ही जा रहे है. आए दिन लोग ठगी का शिकार हो रहे है. साइबर अपराध में शातिर लोगों से ठगी के उद्देश्य से साइबर अपराध को अंजाम देते है लेकिन कई बार लोग अज्ञानता से भी साइबर अपराधी बन जाते है.
ऐसे मामले में साइबर अपराध थाना शिमला ने लोगों को आगाह किया है कि लोग साइबर अपराध से बचे अन्यथा उन्हें 3 से 5 साल की सजा हो सकती है. साइबर विभाग शिमला के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि वर्तमान में देखा गया है कई लोग सोशल मीडिया पर सरकारी गोपनीय दस्तावेज अपलोड कर देते है जिसमें किसी बड़े नेता के टूर प्रोग्राम, सरकारी ट्रांसफर या अन्य सरकारी दस्तावेज पोस्ट करते है.
नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि किसी भी गोपनीय दस्तावेज को सोशल मीडिया पर डालना गैर कानूनी है और इसमें 3 से 5 साल तक की सजा का भी प्रावधान है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया लोगों का अपना अकाउंट है जिसमें वह दोस्त, परिवार के सदस्य के लिए ही इस्तेमाल करें. इसका दुरुपयोग ना करे अन्यथा वह परेशानी में पड़ सकते हैं.
साइबर विभाग ने लोगों को अलर्ट किया है कि अगर वह कोई सरकारी दस्तावेज की कॉपी को सोशल मीडिया पर अपलोड कर उसे वायरल करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एएसपी ने बताया कि साइबर विभाग सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और सोशल मीडिया पर कौन क्या डलता है इसकी खबर विभाग को रहती है.
साइबर विभाग शिमला के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि लोग सोशल मीडिया का उपयोग सावधानी से करें. वर्तमान में कई साइबर ठग सक्रिय रहते हैं और आपके खाते को हैक कर आपका डेटा चुरा सकते हैं. नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि मोबाइल पर कई तरह के लिंक आते हैं उसे बिना जाने ना खोले अन्यथा ठगी का शिकार हो जाएंगे.
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