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डीसी सिरमौर के नेतृत्व में 23 किमी तक मारकंडा नदी में चला सफाई अभियान

मारकंडा नदी को साफ करने के लिए शनिवार को जिला प्रशासन ने सफाई अभियान चलाया. इस सफाई अभियान के दौरान उपायुक्त के नेतृत्व में मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से विक्रमबाग तक व अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा के नेतृत्व में कालाअंब से विक्रमबाग तक नदी को साफ किया गया.

Cleanliness drive on Markanda river
मारकंडा नदी पर चलाया सफाई अभियान
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Published : Mar 14, 2020, 7:12 PM IST

नाहनः मारकंडा नदी को साफ करने के लिए शनिवार को जिला प्रशासन ने सफाई अभियान चलाया. इस सफाई अभियान के दौरान उपायुक्त के नेतृत्व में मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से विक्रमबाग तक व अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा के नेतृत्व में कालाअंब से विक्रमबाग तक नदी को साफ किया गया.

बोहलियों से लेकर कालाअंब तक 23 किलोमीटर के दायरे में नदी के ईद-गिर्द यह सफाई अभियान चला गया. दरअसल मारकंडा नदी लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है.

मगर पिछले कई वर्षो से यह नदी लगातार दूषित हो रही है. यही कारण है कि हिमाचल प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में मारकंडा नदी दूसरे स्थान पर है. इस नदी के पानी का बीओडी लेवल बहुत अधिक है, जिसके कारण इस नदी का पानी नहाने योग्य भी नहीं है.

वीडियो रिपोर्ट.

इसी के मध्य नजर जिला प्रशासन ने मारकंडा नदी को साफ करने का फैसला किया और 23 किलोमीटर तक हिमाचल की सीमा में इस नदी की सफाई की गई. उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि मारकंडा नदी के आसपास बड़ी मात्रा में जल शोधक पौधे लगाए जाएंगे, ताकि जल शोधक पौधे मारकंडा नदी के दूषित पानी को शुद्व कर सके.

उन्होंने बताया कि आज इस अभियान का एक और उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है, ताकि लोग कूडा कचरा व मंदिरों में इस्तेमाल होने वाली पूजा सामग्री को नदी नालों में न डाले और घरों में इस्तेमाल होने वाले सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग करें, ताकि उसका सही निष्पादन किया जा सके.

वहीं, इस पूरे अभियान को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला. इस पूरे अभियान में सथानीय महिलाओं ने पुरूषों के साथ मिलकर सफाई अभियान में अपना पूरा योगदान दिया.

स्थानीय महिलाओं ने बताया कि आज विशेष अभियान के बाद भी क्षेत्र को साफ रखने में उनकी भागीदारी जारी रहेगी. इसके इलावा वह आने वाले समय में अपनी पंचायत के लोगों को भी स्वच्छता अभियान से जुड़ने के लिए जागरूक करेंगी, ताकि सभी को प्रदूषण मुक्त समाज रहने के लिए उपलब्ध हो सके.

बता दें कि मारकंडा नदी में चलाए गए सफाई अभियान में नदी के साथ लगती 7 पंचायतों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित करीब 2 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. इस अभियान के बाद अगर कोई नदी में प्रदूषण फैलाता पाया गया, तो उसका चालान किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः शिमला में APG यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बाहरी देशों के छात्रों का होगा कोरेनटाइन

नाहनः मारकंडा नदी को साफ करने के लिए शनिवार को जिला प्रशासन ने सफाई अभियान चलाया. इस सफाई अभियान के दौरान उपायुक्त के नेतृत्व में मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से विक्रमबाग तक व अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा के नेतृत्व में कालाअंब से विक्रमबाग तक नदी को साफ किया गया.

बोहलियों से लेकर कालाअंब तक 23 किलोमीटर के दायरे में नदी के ईद-गिर्द यह सफाई अभियान चला गया. दरअसल मारकंडा नदी लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है.

मगर पिछले कई वर्षो से यह नदी लगातार दूषित हो रही है. यही कारण है कि हिमाचल प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में मारकंडा नदी दूसरे स्थान पर है. इस नदी के पानी का बीओडी लेवल बहुत अधिक है, जिसके कारण इस नदी का पानी नहाने योग्य भी नहीं है.

वीडियो रिपोर्ट.

इसी के मध्य नजर जिला प्रशासन ने मारकंडा नदी को साफ करने का फैसला किया और 23 किलोमीटर तक हिमाचल की सीमा में इस नदी की सफाई की गई. उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि मारकंडा नदी के आसपास बड़ी मात्रा में जल शोधक पौधे लगाए जाएंगे, ताकि जल शोधक पौधे मारकंडा नदी के दूषित पानी को शुद्व कर सके.

उन्होंने बताया कि आज इस अभियान का एक और उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है, ताकि लोग कूडा कचरा व मंदिरों में इस्तेमाल होने वाली पूजा सामग्री को नदी नालों में न डाले और घरों में इस्तेमाल होने वाले सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग करें, ताकि उसका सही निष्पादन किया जा सके.

वहीं, इस पूरे अभियान को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला. इस पूरे अभियान में सथानीय महिलाओं ने पुरूषों के साथ मिलकर सफाई अभियान में अपना पूरा योगदान दिया.

स्थानीय महिलाओं ने बताया कि आज विशेष अभियान के बाद भी क्षेत्र को साफ रखने में उनकी भागीदारी जारी रहेगी. इसके इलावा वह आने वाले समय में अपनी पंचायत के लोगों को भी स्वच्छता अभियान से जुड़ने के लिए जागरूक करेंगी, ताकि सभी को प्रदूषण मुक्त समाज रहने के लिए उपलब्ध हो सके.

बता दें कि मारकंडा नदी में चलाए गए सफाई अभियान में नदी के साथ लगती 7 पंचायतों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित करीब 2 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. इस अभियान के बाद अगर कोई नदी में प्रदूषण फैलाता पाया गया, तो उसका चालान किया जाएगा.

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