पांवटा साहिबः शहर में होने वाले ऐतिहासिक होली मेला (होला मोहल्ला) के आयोजन पर फिलहाल संशय बरकरार रह गया है. जिसको लेकर बुधवार को बैठक हुई, लेकिन मेले को लेकर निर्णय नहीं हो पाया. जिसके बाद शुक्रवार को बैठक प्रशासन के साथ की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक नगर परिषद ने बुधवार को जनरल हाउस बुलाया, जिसकी अध्यक्षता नप चेयरपर्सन निर्मल कौर ने की. हालांकि, बैठक में अन्य मुद्दों समेत होली मेले के आयोजन पर भी मुख्य रूप से चर्चा हुई.
बैठक में मेले के आयोजन को लेकर होगा निर्णय
वहीं, दूसरी ओर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने बताया कि नगर परिषद की बैठक में मेले के आयोजन को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है. इसलिए अगली बैठक प्रशासन के साथ शुक्रवार को रखी गई है.
मेला नगर परिषद के लिए कमाई साधन
यदि वित्तीय तौर पर देखें तो यह मेला नगर परिषद के लिए कमाई का एक बड़ा साधन है. इस मेले से नप लगभग 50 लाख रुपये की आय अर्जित कर लेता है. जिसमें बड़ी राशि मेले में लगने वाले झूलों से आती है.
कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने खतरा
मेले में 90 फीसदी व्यापारी बाहरी राज्यों जैसे हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उतराखण्ड आदि से आते हैं. इस समय कोरोना वायरस का प्रकोप फिर से बढ़ने लगा है जो मेले में खतरनाक रूप ले सकता है.
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गर्मी में हिमचल प्रदेश में वायरस भयानक रूप भी ले सकता है, जिसको मद्देनजर रखते हुए कुछ लोग मेला आयोजन के पक्ष में भी है. उनका तर्क है कि जब, मंडी का शिवरात्रि मेला, पालमपुर होली मेला और बिलासपुर का नलवाड़ मेला आयोजित हो रहा है तो पांवटा साहिब का ऐतिहासिक होला मोहल्ला भी आयोजित होना चाहिए.
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