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सिरमौर में आशा वर्कर जगा रहीं 'आशा' की किरण, जीतेंगे कोरोना से जंग

कोरोना संकट के बीच आशा वर्कर्स भी कोरोना वॉरियर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. सिरमौर जिले में करीब 600 आशा वर्कर्स काम कर रही है. एक्टिव केस फांइडिंग सर्वे में घर-घर जाकर जानकारी इकट्ठा करने के साथ ही होम क्वारंटाइन लोगों पर नजर रख रही हैं.

Asha workers working together with Corona Warriors in Sirmaur
सिरमौर में आशा वर्कर
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Published : May 19, 2020, 8:33 PM IST

Updated : May 20, 2020, 10:02 AM IST

नाहन: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते मेडिकल, पैरामेडिकल, पुलिस व सफाई कर्मचारी फ्रंट लाइन में काम कर रहे हैं. वहीं, आपदा के इस समय में स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्कर्स भी लगातार अपनी सेवाएं दे रही हैं. ईटीवी भारत ने इलाके की कई आशा वर्कर्स से बातचीत की और उनसे यह जानने का प्रयास किया कि कोरोना वायरस के खतरे के बीच किस तरह अपनी सेवाएं दे रही हैं.

कम मानदेय और मुश्किल भरे हालात के बीच सिरमौर जिला में भी आशा वर्कर्स को बड़ी जिम्मेदारी वाला कार्य सौंपा गया है. आशा वर्कर्स पहले एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे में घर-घर पहुंचकर जानकारियां जुटा रही है. जो लोग होम क्वारंटाइन किए गए हैं, उन्हें दवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर भी यह लगातार नजर बनाए हुए हैं.

सिरमौर में 600 आशा वर्कर्स कर रहीं काम

आशा वर्कर्स का कहना है कि इस मुश्किल भरे हालात के बीच में लोगों की सेवा करके गर्व महसूस हो रहा है. क्योंकि इस संकट की घड़ी में आशा वर्कर्स कोरोना वॉरियर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश और समाज की सेवा करने में जुटी हैं. इस समय सिरमौर जिले में करीब 600 आशा वर्कर्स फील्ड में काम कर रही हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

नाहन विधायक ने किया था सम्मान

बता दें कि हाल ही में नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने भी आशा वर्कर्स का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें मास्क और सेनिटाइजर देकर सम्मान किया था और मुश्किल की इस घड़ी में कार्य कर रही सभी आशा वर्कर्स का आभार जताया था. विधायक का भी मानना था कि आशा वर्कर्स कोरोना की जंग में बड़ी अहम जिम्मेदारी निभा रही हैं.

लोगों की सेवा करने में मिल रही खुशी

नाहन की आशा वर्कर मीना शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते फील्ड में काम कर रही हैं. घर-घर जाकर कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक कर रही हैं. बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन कर रहे हैं. साथ ही, संबंधित लोगों से लगातार संपर्क भी बनाए हुए हैं. उन्हें इस कार्य में खुशी भी हो रही है, क्योंकि वह अपने घर-परिवारों को छोड़कर मुश्किल के समय में लोगों की सेवा कर रही हैं.

फील्ड में मिलता है सम्मान

ग्रामीण क्षेत्र सुरला पंचायत की आशा वर्कर अनीता का कहना है कि मुश्किल के समय में सेवा करते हुए बहुत अच्छा लग रहा है. गांव वाले भी उनके कार्यों को देखकर काफी प्रसन्न होते हैं. जहां जाते हैं, लोग उन्हें बड़ा सम्मान देते है. विभाग के आदेशों के तहत जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है, वह उसके कार्य कर रही है.

होम क्वारंटाइन लोगों की रोजाना विभाग को दे रहीं रिपोर्ट

इलाके की बनेठी पंचायत की आशा वर्कर एवं धगेड़ा ब्लॉक आशा वर्कर यूनियन की अध्यक्ष किरण बाला ठाकुर ने कहा कि कोरोना के चलते मुश्किल का समय चल रहा है, लेकिन सभी आशा वर्कर बहनें अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझते हुए उसका निर्वहन कर रही हैं. आशा वर्कर्स बाहर से आए लोगों की होम क्वारंटाइन में पूरी देख-रेख कर रही है. पूरी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के पास रोजाना पहुंचाई जा रही है. इस समय में सेवाएं देकर उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है.

घर-घर जाकर जुटा रहीं महत्वपूर्ण जानकारी

जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके पराशर का कहना है कि आशा वर्कर्स कोविड-19 में बेहद करीब से जुड़ी हुई हैं. पहले एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान में भी इन्होंने अहम जिम्मेदारी निभाई और घर-घर जाकर सर्वे करते हुए जानकारियां जुटा रही हैं. साथ ही, बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की भी आशा वर्कर्स ने ही जानकारी एकत्रित की थी, जिसे उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाया. बाहरी राज्यों से आने वाले होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर भी लगातार नजर बनाए हुए हैं.

ये भी पढ़ें: अच्छी खबर: झंडुता व सुंदरनगर में सीएसडी कैंटीन खोलने को मिली सहमति

नाहन: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते मेडिकल, पैरामेडिकल, पुलिस व सफाई कर्मचारी फ्रंट लाइन में काम कर रहे हैं. वहीं, आपदा के इस समय में स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्कर्स भी लगातार अपनी सेवाएं दे रही हैं. ईटीवी भारत ने इलाके की कई आशा वर्कर्स से बातचीत की और उनसे यह जानने का प्रयास किया कि कोरोना वायरस के खतरे के बीच किस तरह अपनी सेवाएं दे रही हैं.

कम मानदेय और मुश्किल भरे हालात के बीच सिरमौर जिला में भी आशा वर्कर्स को बड़ी जिम्मेदारी वाला कार्य सौंपा गया है. आशा वर्कर्स पहले एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे में घर-घर पहुंचकर जानकारियां जुटा रही है. जो लोग होम क्वारंटाइन किए गए हैं, उन्हें दवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर भी यह लगातार नजर बनाए हुए हैं.

सिरमौर में 600 आशा वर्कर्स कर रहीं काम

आशा वर्कर्स का कहना है कि इस मुश्किल भरे हालात के बीच में लोगों की सेवा करके गर्व महसूस हो रहा है. क्योंकि इस संकट की घड़ी में आशा वर्कर्स कोरोना वॉरियर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश और समाज की सेवा करने में जुटी हैं. इस समय सिरमौर जिले में करीब 600 आशा वर्कर्स फील्ड में काम कर रही हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

नाहन विधायक ने किया था सम्मान

बता दें कि हाल ही में नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने भी आशा वर्कर्स का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें मास्क और सेनिटाइजर देकर सम्मान किया था और मुश्किल की इस घड़ी में कार्य कर रही सभी आशा वर्कर्स का आभार जताया था. विधायक का भी मानना था कि आशा वर्कर्स कोरोना की जंग में बड़ी अहम जिम्मेदारी निभा रही हैं.

लोगों की सेवा करने में मिल रही खुशी

नाहन की आशा वर्कर मीना शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते फील्ड में काम कर रही हैं. घर-घर जाकर कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक कर रही हैं. बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन कर रहे हैं. साथ ही, संबंधित लोगों से लगातार संपर्क भी बनाए हुए हैं. उन्हें इस कार्य में खुशी भी हो रही है, क्योंकि वह अपने घर-परिवारों को छोड़कर मुश्किल के समय में लोगों की सेवा कर रही हैं.

फील्ड में मिलता है सम्मान

ग्रामीण क्षेत्र सुरला पंचायत की आशा वर्कर अनीता का कहना है कि मुश्किल के समय में सेवा करते हुए बहुत अच्छा लग रहा है. गांव वाले भी उनके कार्यों को देखकर काफी प्रसन्न होते हैं. जहां जाते हैं, लोग उन्हें बड़ा सम्मान देते है. विभाग के आदेशों के तहत जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है, वह उसके कार्य कर रही है.

होम क्वारंटाइन लोगों की रोजाना विभाग को दे रहीं रिपोर्ट

इलाके की बनेठी पंचायत की आशा वर्कर एवं धगेड़ा ब्लॉक आशा वर्कर यूनियन की अध्यक्ष किरण बाला ठाकुर ने कहा कि कोरोना के चलते मुश्किल का समय चल रहा है, लेकिन सभी आशा वर्कर बहनें अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझते हुए उसका निर्वहन कर रही हैं. आशा वर्कर्स बाहर से आए लोगों की होम क्वारंटाइन में पूरी देख-रेख कर रही है. पूरी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के पास रोजाना पहुंचाई जा रही है. इस समय में सेवाएं देकर उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है.

घर-घर जाकर जुटा रहीं महत्वपूर्ण जानकारी

जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके पराशर का कहना है कि आशा वर्कर्स कोविड-19 में बेहद करीब से जुड़ी हुई हैं. पहले एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान में भी इन्होंने अहम जिम्मेदारी निभाई और घर-घर जाकर सर्वे करते हुए जानकारियां जुटा रही हैं. साथ ही, बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की भी आशा वर्कर्स ने ही जानकारी एकत्रित की थी, जिसे उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाया. बाहरी राज्यों से आने वाले होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर भी लगातार नजर बनाए हुए हैं.

ये भी पढ़ें: अच्छी खबर: झंडुता व सुंदरनगर में सीएसडी कैंटीन खोलने को मिली सहमति

Last Updated : May 20, 2020, 10:02 AM IST
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