नाहन: त्रिलोकपुर में चल रहे मां बालासुंदरी माता आश्विन नवरात्र मेले में पुलिस प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए गए है. चार सेक्टरों में विभाजित मेला परिसर में करीब 500 जवान नवरात्र मेले में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एक ओर जहां पुलिस मेले में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अपना दायित्व अदा कर रही है, वहीं इस बार कोरोना की जंग के बीच संक्रमण से बचाव के मद्देनजर भी अहम भूमिका निभा रही है.
सरकार द्वारा जारी एसओपी के तहत निर्धारित नियमों की पालना के साथ ही श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करवाए जा रहे हैं. खुद जिला की एएसपी बबीता राणा मेले में मोर्चा संभाले हुए है. जिला के एएसपी बबीता राणा ने बताया कि मेला क्षेत्र को चार सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जहां पर पुलिस, होमगार्ड और प्राइवेट सिक्योरिटी के तौर पर करीब 500 जवान तैनात हैं.
मेले में लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया जा रहा है. साथ ही, यह भी बताया जा रहा है कि किस तरह से श्रद्धालुओं ने नियमों की पालना करते हुए वैश्विक महामारी से बचाव करते हुए माता के दर्शन करने हैं. 10 साल से नीचे के बच्चों और 65 साल से उपर के बुजुर्गो सहित गर्भवती महिलाओं को मेले में आने की अनुमति नहीं है. इन्हें सेक्टर नंबर-4 पर बेरिकेट्स लगाकर संबंधित लोगों को रोका जा रहा है. यदि कोई आ जाता है, तो उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त मास्क का प्रयोग न करने वालों को भी वापिस भेजा रहा है.
मंदिर की घंटियों, रेलिंग इत्यादि को टच करने से मना किया गया है. मात्र दर्शन करके श्रद्धालुओं को वापिस भेजा जा रहा है. साथ ही ठहराव भी वर्जित किया गया है. त्रिलोकपुर में माता बालासुंदरी मंदिर उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक हैं. नवरात्र मेले में कोरोना पर आस्था भी भारी पड़ रही है और प्रतिदिन यहां हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.