करसोग/मंडी: हिमाचल में जिला मंडी के उपमंडल करसोग में महंगी सब्जियों ने रसोई का जायका बिगाड़ दिया (Vegetables Price Hike in Karsog) है. यहां लगातार बढ़ रहे भाव से गरीबों की थाली से सब्जियां गायब होने लगी है. यही नहीं रेट बढ़ने से आम जनता सहित सब्जी विक्रेता भी परेशान है. महंगाई की वजह से रिटेल में सब्जियों की बिक्री पर भी असर पड़ा है. पहले एक साथ किलों में सब्जियां खरीदने वाली जनता अब पाव में सब्जी ले रही है. बाजार में इन दिनों कोई भी सब्जी सस्ती नहीं है. जिसे आम लोग अपनी पसंद और बजट के हिसाब से खरीद सके.
करसोग में हरी मटर 180 रुपए किलो बिक रही है. हरी सब्जी में प्रयोग होने वाला आलू भी 30 से 35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. फूल गोभी से भी आम जनता परेशान है. इन दिनों फूल गोभी का रिटेल भाव 60 रुपये किलो चल रहा है. वहीं शिमला मिर्च भी लोगों की अच्छी खासी जेब ढीली कर रही है. शिमला मिर्च का रिटेल भाव 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है, जबकि इन दिनों उपमंडल में शिमला मिर्च का सीजन चल रहा (Vegetables Price in Karsog ) है. वहीं, महंगाई की मार से टमाटर और लाल होकर 50 रुपये किलो बिक रहा है. इसके अतिरिक्त सीजन पीक पर होने से बीन के भाव 60 से 70 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं.
बंद गोभी की कीमत भी गरीब जनता को राहत नहीं दे रही है. रिटेल में बंद गोभी 50 रुपए किलो बिक रही है. इसी तरह महंगाई ने करेला का स्वाद और कड़वा कर दिया है. करसोग में करेला का रिटेल भाव 40 रुपए किलो चल रहा (Vegetables Price in Mandi) है. हालांकि इस बार प्याज ने लोगों के आंसू नहीं निकाले हैं. पिछले कई महीनों से प्याज का भाव 30 रुपए प्रति किलो पर स्थिर है. वहीं, सब्जी विक्रेताओं का कहना है सब्जियों के दाम बढ़ने से उनकी बिक्री पर काफी असर पड़ा है.
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