मंडी: राज्य सरकार प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा प्रोत्साहित करने की दिशा में लगातार प्रयासरत (electric vehicle demonstration in mandi) है. इसी कड़ी में शनिवार को रेड क्रॉस सोसायटी व राइज अप फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में बिपाशा सदन मंडी में ऑटो यूनियन के लिए इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर पर दो दिवसीय डेमोंसट्रेशन का आयोजन किया (auto union in Mandi) गया. इस कार्यक्रम में एडीसी मंडी जतिन लाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. डेमोंसट्रेशन में मंडी शहर के ऑटो चालकों व औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मंडी के प्रशिक्षुओं ने इलेक्ट्रिक ऑटो से होने वाले फायदों को जाना.
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहन पेट्रोल-डीजल के वाहनों से कम खर्चीले होते हैं. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक ऑटो का 1 किलोमीटर का खर्चा मात्र 50 पैसे है और यह वाहन पर्यावरण को भी प्रदूषित नहीं करते हैं. जतिन लाल ने बताया कि इलेक्ट्रिक ऑटो पहाड़ों में भी आसानी से चल सकते हैं. जिसका ट्रायल आईआईटी मंडी के द्वारा पहले ही किया जा चुका है.
गौरतलब है कि इलेक्ट्रिक वाहन पूरी तरह से पर्यावरण प्रिय हैं और यही कारण है कि सरकार ने हिमाचल प्रदेश को इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने की दिशा में अभी से कारगर कदम उठाना शुरू कर दिए हैं. सरकार ने वर्ष 2025 तक प्रदेश के 15 प्रतिशत वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने का लक्ष्य निर्धारित किया है.