मंडी: हिमाचल विधानसभा चुनाव (Himachal assembly elections 2022) में अब कुछ ही दिन रह गए हैं. ऐसे में सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकाघाट से एक बार फिर मौजूदा विधायक कर्नल इंद्र सिंह को ही टिकट दिए जाने की मांग की (Ticket demand for Inder Singh) है. पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि अगर सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र (Sarkaghat Assembly Constituency) से भाजपा ने टिकट बदला तो फिर उन्हें इस सीट से हाथ धोना पड़ सकता है. उन्होंने कहा भाजपा को अपनी एक सीट खोनी पड़ सकती है.
भाजपा उम्र के दायरे में दे छूट: बुधवार को सरकाघाट के विश्राम गृह में आयोजित बैठक के दौरान करीब चार दर्जन पंचायत प्रतिनिधियों ने यह मांग (Panchayat representatives meeting in Sarkaghat) की. नौणी पंचायत के प्रधान मदन लाल ठाकुर और ढलवाण पंचायत के उप प्रधान सुनील ठाकुर ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि अगर भाजपा यहां से टिकट बदलती है तो नया उम्मीदवार सीट नहीं जीत पाएगा और कम से कम अगले 10 वर्षों तक भाजपा का जीतना मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने कहा अगर भाजपा कर्नाटक में उम्र के दायरे में छूट दे सकती है तो यहां पर क्यों नहीं?
15 साल भाजपा को जीत दिलाई: बता दें कि कर्नल इंद्र सिंह सरकाघाट से बीते 15 वर्षों से लगातार भाजपा को जीत दिलाते आ रहे हैं, हालांकि, उनका दुर्भाग्य ये रहा कि उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. ग्राम पंचायत थौना के प्रधान रंगीला राम ठाकुर और टिक्कर पंचायत की प्रधान रजनी ठाकुर का कहना है कि एक विधायक के नाते कर्नल इंद्र सिंह ने सरकाघाट में विकास की गंगा बहा दी (Sarkaghat Panchayat representatives demand ) है. कोई क्षेत्र ऐसा नहीं जहां विकास न हुआ हो. उन्होंने कहा कि इन्हें युवा नहीं बल्कि, बुजुर्ग और अनुभवी नेतृत्व चाहिए जो कर्नल इंद्र सिंह के रूप में ही मिल सकता है.
पंचायत प्रतिनिधियों पार्टी को दे रहे स्पष्ट संकेत: बता दें कि इस बार सरकाघाट विधानसभा सीट (Sarkaghat assembly elections 2022) से संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष दलीप ठाकुर और जिला परिषद सदस्य चंद्रमोहन शर्मा यहां से टिकट की दौड़ में शामिल हैं, लेकिन करीब चार दर्जन पंचायत प्रतिनिधि मौजूदा विधायक कर्नल इंद्र सिंह के पक्ष में आकर खड़े हो गए हैं और पार्टी को स्पष्ट संकेत दे दिया है.
ये भी पढ़ें: जब प्रदेश प्रभारी नरेंद्र मोदी के न चाहते हुए भी बदल गया था शिमला शहरी विधानसभा का टिकट