करसोग: हिमाचल में जिला मंडी के तहत उपमंडल करसोग में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के सरकार के दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजकीय माध्यमिक पाठशाला सराहन में सामने आया है. यहां पर स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहा है, लेकिन सरकार ने बुधवार को एक मात्र टीचर का भी तबादला कर (Teacher shortage in GSS Sarahan) दिया है. हैरानी की बात है कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तेबन के कार्यकारी प्रधानाचार्य ने भी छात्रों के भविष्य की चिंता किए बिना अध्यापक को रिलीव कर दिया.
वहीं, इसकी भनक लगते ही अभिभावक भड़क गए और स्कूल पहुंचकर देर रात तक धरना दिया. इस दौरान लोगों ने स्थानीय विधायक पर भी निशाना साधा. ऐसे में शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में एक स्कूल टीचर को डेपुटेशन पर भेजा है, लेकिन अभिभावक शिक्षक का तबादला रद्द करने पर अड़ गए हैं और नियमित नियुक्ति की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि राजकीय माध्यमिक पाठशाला सराहन में (Government Secondary School Sarahan) पहले ही शिक्षकों की कमी से छात्र स्कूल छोड़ रहे हैं. ऐसे में स्कूल में अब छात्रों की संख्या घटकर 6 रह गई है. इस तरह अध्यापकों की कमी से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में लोगों ने सात दिनों में टीचर की नियमित नियुक्ति का अल्टीमेटम जारी कर दिया है.
स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष लता देवी का कहना है कि स्कूल में सेवाएं दे रहे एक मात्र शिक्षक का भी विभाग ने तबादला कर दिया है. उन्होंने तुरंत प्रभाव से शिक्षक के तबादला आदेश को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इसके बाद भी मांग को अनसुना किया गया तो स्कूल प्रबंधन समिति किसी भी हद तक जाने को तैयार है.
वहीं, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग जिला मंडी अमरनाथ का कहना है कि शिक्षक के तबादले का मामला ध्यान में है. रिक्त हुए पद पर स्कूल में डेपुटेशन पर अध्यापक भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही कला अध्यापकों की नई नियुक्तियां की जानी है. ऐसे में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी. उन्होंने बताया कि मामले को उच्चाधिकारियों के ध्यान में भी लाया गया है.
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