मंडी: जिला मंडी के सुंदरनगर उपमंडल में बुधवार को सलापड़-कांगू क्षेत्र में जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत मामले में प्रदेश पुलिस द्वारा एसआईटी गठित कर दी गई है. जहरीली शराब (mandi alcohol drink case) मामले की जांच के लिए प्रदेश पुलिस ने एसआईटी की गठित कर जांच का जिमा डीआईजी सेंट्रल रेंज मधुसूदन, एसपी कांगड़ा खुशाल चंद शर्मा, एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री और एसपी क्राइम सीआईडी शिमला वीरेंद्र कालिया को सौंपा है.
यह 4 सदस्य टीम पूरे मामले की गहनता से जांच करेगी. वहीं, मामले में पुलिस थाना सुंदरनगर ने आईपीसी की धारा 304, 308 और 120-बी के तहत गैर इरादतन हत्या और अपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मामला दर्ज किया. मामले की पुष्टि करते हुए डीआईजी हिमाचल प्रदेश पुलिस संजय कुंडू ने की है.
क्या था मामला: मंडी जिला के सुंदरनगर उपमंडल के तहत आने वाले सलापड़ क्षेत्र में सोमवार और मंगलवार को कुछ लोगों ने जहरीली शराब का सेवन कर लिया और लोगों की अचानक (Illegal alcohol sale in Salapad) देर रात तबियत खराब हो गई. स्थानीय लोगों व परिजनों ने बीमार व्यक्तियों को तुरंत सिविल अस्पताल सुंदरनगर पहुंचाया. जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर कर दिया गया. जहां पर चार लोगों की मौत हो गई.
वहीं, अन्य एक व्यक्ति ने बुधवार को दोपहर के समय वेंटिलेटर पर दम तोड़ दिया. जिस कारण अभी तक पूरे मामले में पांच लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, तीन लोगों का उपचार मेडिकल कॉलेज नेरचौक में चल रहा है.
शराब ठेके से नहीं खरीदी थी शराब: मिली जानकारी के अनुसार सभी लोगों ने ये शराब किसी ठेके से नहीं खरीदी थी, बल्कि शराब माफिया द्वारा इसे चंडीगढ़ से लाकर यहां अवैध रूप से बेचा गया था. बीते एक दिन पहले और रात को 8 लोगों ने इस शराब को खरीदा और घर जाकर इसका सेवन किया. शराब का सेवन करने के बाद इन सभी की तबीयत देर रात खराब हो गई. जिस पर परिजनों ने इन्हें तुरंत प्रभाव से अस्पताल पहुंचाया. मामले में 5 लोगों की अभी तक मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि तीन उपचाराधीन बताए जा रहे हैं. उधर, पुलिस भी मामले में गहनता से जांच कर रही है.
सलापड़-कांगू क्षेत्र में जोरों पर चलता है अवैध शराब का कारोबार: इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज नेरचौक में परिजनों व सलापड़-कांगू क्षेत्र के स्थानीय लोगों में क्षेत्र में पनप रहे शराब माफिया के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिला. मामले की गंभीरता को लेकर मृतकों के परिजनों स्थानीय लोगों द्वारा स्थानीय विधायक राकेश जम्वाल के सामने क्षेत्र में हो रहे अवैध शराब के धंधे को लेकर अपना गुस्सा उतारा.
लोगों ने बार-बार स्थानीय पुलिस द्वारा शराब के अवैध धंधे में शामिल लोगों को संरक्षण देने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सुंदरनगर के पूर्व विधायक सोहन लाल ठाकुर ने भी आरोप लगाया कि क्षेत्र में लगातार नशे का कारोबार फल-फूल रहा है, लेकिन शिकायतें करने के बावजूद भी पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई. जिस कारण आज 5 परिवारों को पर दुखों का पहाड़ टूट गया.
मृतकों के परिजनों को 8-8 लाख देने के निर्देश: मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर ने दिन भर पूरे मामले को लेकर नजर बनाए रखी. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवार को 8-8 लाख रुपये राहत राशि प्रदान करने की घोषणा की है. जिसमें 4 लाख प्रदेश सरकार और 4 लाख की राशि जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को दी जाएगी.
वहीं, प्रदेश भाजपा के महामंत्री व सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राकेश जम्वाल ने पूरे घटनाक्रम पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मौके पर पीड़ित परिवार को 50-50 हजार रुपए की फौरी राहत राशि जारी की है.
मामले में मंडी जिला पुलिस डीआईजी सेंट्रल रेंज मधूसूदन और एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री के नेतृत्व में एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए सलापड़-कांगू-डैहर क्षेत्र में दबिश दी गई (Mandi Poisonous Liquor Case) और पुलिस द्वारा क्षेत्र से अवैध शराब का बड़ा जखीरा भी बरामद किया गया है और 25 सेंपल भी इक्ट्ठा किए गए हैं. इसके अलावा पुलिस ने कुछ लोगों को भी जांच के लिए प्रक्रिया में लाया गया है और कुछ लोगों से मामले में पूछताछ भी की जा रही है.
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