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एक्सीडेंट में घायल होने के बाद से चलने फिरने में असमर्थ है अंजलि, पिता ने लगाई गुहार - sick girl father pleaded for help

जनैनी गांव की रहने वाली 22 वर्षीय अंजलि कुमारी का 2018 में एक कार एक्सीडेंट हुआ था. दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. अंजलि के पिता ढमेश्वर दत्त ने उपायुक्त मंडी से गुहार लगाई है. ढमेश्वर दत्त का कहना है कि उनकी बेटी पिछले 3 वर्षों से बिस्तर पर पड़ी है. हादसे के बाद अंजलि के शरीर का एक हिस्सा काम नहीं कर रहा है, जिस वजह से उसे परेशानी हो रही है. इलाज पर भी काफी रुपये खर्च हो चुका है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. ऐसे में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की कृपा करें.

अंजली
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Published : Sep 26, 2021, 12:14 PM IST

मंडी: गोहर उपमंडल की ग्राम पंचायत बैला के जनैनी गांव की रहने वाली अंजलि कुमारी(22वर्ष) पिछले तीन साल से दुर्घटना के बाद से बिस्तर पर पड़ी हैं. अंजलि साल 2018 में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी. क्षेत्रीय चिकित्सालय मंडी और पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार करवाने के बाद भी अंजलि के शरीर का एक हिस्सा काम नहीं कर रहा है.

अंजलि के पिता ढमेश्वर दत्त ने उपायुक्त मंडी से गुहार लगाई है. ढमेश्वर दत्त का कहना है कि उनकी बेटी पिछले 3 वर्षों से बिस्तर पर पड़ी है. हादसे के बाद अंजलि के शरीर का एक हिस्सा काम नहीं कर रहा है, जिस वजह से उसे परेशानी हो रही है. इलाज पर भी काफी रुपये खर्च हो चुका है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. ऐसे में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की कृपा करें.

वहीं, मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त मंडी ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अरिंदम चौधरी और सचिव ओपी भाटिया को उनके घर जाकर पूरे मामले की जानकारी लेने के आदेश दिए. जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया चैलचौक-मोवीसेरी मुख्यमार्ग से लगभग आठ किलोमीटर पैदल चलकर अंजलि कुमारी के घर पहुंचे. ओपी भाटिया ने पूरे मामले की जानकारी परिजनों से ली. लगभग 3 वर्षों से बिस्तर पर ही अंजलि लाचारी का जीवन जी रही हैं. कमर से नीचे का एक हिस्सा बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा है, जिस कारण वह बिस्तर पर है.

अंजली का दिव्यांगता प्रमाण पत्र 90% है, फिर भी उसे दिव्यांगता पेंशन नहीं मिला रहा है. पिता धोमेश्वर दत्त ने बताया कि अभी तक बेटी के उपचार के लिए किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं मिली है. उन्होंने उपायुक्त मंडी से आग्रह किया कि बेटी के उपचार के लिए आर्थिक सहायता व दिव्यांगता पेंशन तथा सहारा योजना के अंतर्गत पंजीकृत किया जाए.

ओपी भाटिया ने पीड़ित परिवार से सभी बातों को जाना. ओपी भाटिया ने कहा कि अंजलि को दिव्यांगता पेंशन व सहारा योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता संबंधित विभागों के माध्यम से पंजीकरण करवाया जाएगा, ताकि अंजलि को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का लाभ मिल सके. भाटिया ने कहा कि आर्थिक सहायता के लिए उपमंडल अधिकारी गोहर से भी आग्रह किया जाएगा, ताकि राहत नियमावली के अंतर्गत अंजलि को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके.

ये भी पढ़ें : अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा: गोविंद ठाकुर ने देव कारदारों के साथ किया मंथन

मंडी: गोहर उपमंडल की ग्राम पंचायत बैला के जनैनी गांव की रहने वाली अंजलि कुमारी(22वर्ष) पिछले तीन साल से दुर्घटना के बाद से बिस्तर पर पड़ी हैं. अंजलि साल 2018 में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी. क्षेत्रीय चिकित्सालय मंडी और पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार करवाने के बाद भी अंजलि के शरीर का एक हिस्सा काम नहीं कर रहा है.

अंजलि के पिता ढमेश्वर दत्त ने उपायुक्त मंडी से गुहार लगाई है. ढमेश्वर दत्त का कहना है कि उनकी बेटी पिछले 3 वर्षों से बिस्तर पर पड़ी है. हादसे के बाद अंजलि के शरीर का एक हिस्सा काम नहीं कर रहा है, जिस वजह से उसे परेशानी हो रही है. इलाज पर भी काफी रुपये खर्च हो चुका है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. ऐसे में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की कृपा करें.

वहीं, मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त मंडी ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अरिंदम चौधरी और सचिव ओपी भाटिया को उनके घर जाकर पूरे मामले की जानकारी लेने के आदेश दिए. जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया चैलचौक-मोवीसेरी मुख्यमार्ग से लगभग आठ किलोमीटर पैदल चलकर अंजलि कुमारी के घर पहुंचे. ओपी भाटिया ने पूरे मामले की जानकारी परिजनों से ली. लगभग 3 वर्षों से बिस्तर पर ही अंजलि लाचारी का जीवन जी रही हैं. कमर से नीचे का एक हिस्सा बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा है, जिस कारण वह बिस्तर पर है.

अंजली का दिव्यांगता प्रमाण पत्र 90% है, फिर भी उसे दिव्यांगता पेंशन नहीं मिला रहा है. पिता धोमेश्वर दत्त ने बताया कि अभी तक बेटी के उपचार के लिए किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं मिली है. उन्होंने उपायुक्त मंडी से आग्रह किया कि बेटी के उपचार के लिए आर्थिक सहायता व दिव्यांगता पेंशन तथा सहारा योजना के अंतर्गत पंजीकृत किया जाए.

ओपी भाटिया ने पीड़ित परिवार से सभी बातों को जाना. ओपी भाटिया ने कहा कि अंजलि को दिव्यांगता पेंशन व सहारा योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता संबंधित विभागों के माध्यम से पंजीकरण करवाया जाएगा, ताकि अंजलि को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का लाभ मिल सके. भाटिया ने कहा कि आर्थिक सहायता के लिए उपमंडल अधिकारी गोहर से भी आग्रह किया जाएगा, ताकि राहत नियमावली के अंतर्गत अंजलि को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके.

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