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लापरवाही बरतने पर शाओट पंचायत की प्रधान को कारण बताओ नोटिस, 4 दिनों में देना होगा जवाब - ग्राम पंचायत शाओट

कोरोना को लेकर बरती गई लापरवाही के लिए ग्राम पंचायत शाओट की प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस का प्रधान को चार दिनों में जवाब देना होगा और 4 दिनों में यदि जवाब नहीं आता है तो प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

sdm office
एसडीएम ऑफिस
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Published : Jul 25, 2020, 6:01 PM IST

करसोग: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर बरती गई लापरवाही के लिए ग्राम पंचायत शाओट की प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर की ओर से जारी इस नोटिस पर प्रधान को 4 दिनों में अपना जवाब देने के आदेश दिए गए हैं.

इस अवधि में अगर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. कोरोना काल में किसी भी जनप्रतिनिधि को लापरवाही बरतने के आरोप पर ये पहला शो कॉज नोटिस जारी हुआ है. प्रशासन की इस कार्रवाई से अब कोरोना महामारी को हल्के से लेने वालों जरूर चिंता बढ़ गई है. इसके साथ ही एसडीएम ने संकेत दिए हैं कि कोरोना महामारी को लेकर लोगों के स्वास्थ्य को लेकर खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट

एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अगर किसी भी स्तर पर लापरवाही का मामला सामने आता है तो इस पर अब सीधे एफआईआर दर्ज होगी, बता दें कि उपमंडल की शाओट पंचायत में 17 और 23 जुलाई को कोरोना के दो पॉजिटिव मामले सामने आए. इस दौरान एसडीएम की अगुवाई में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जिस मकान में दो पॉजीटिव मामले सामने आए उसके आसपास 25 मीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया.

notice to panchayat pradhan
पंचायत प्रधान को नोटिस.

इस कार्रवाई में पंचायत प्रधान शामिल नहीं हुई. पंचायत प्रधान की इस लापरवाही का प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है. ग्राम पंचायत प्रधान की लापरवाही यहीं पर खत्म नहीं होती. पंचायत के तहत स्यांजली क्षेत्र में ओम प्रकाश नामक व्यक्ति 16 दिन पहले ही दिल्ली से वापस आया था. पुलिस की छानबीन में पाया गया कि इस दौरान ये व्यक्ति करसोग के सिविल अस्पताल भी आया था लेकिन पंचायत ने इसकी सूचना प्रशासन को नहीं दी.करसोग में कोरोना के दो मामले सामने आने पर प्रशासन के स्तर पर इसे बहुत बड़ी लापरवाही माना गया.

पंचायत की इस लापरवाही से लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता था. इन सभी तरह की चूक को देखते हुए पंचायत प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि ग्राम पंचायत शाओट में कोरोना पॉजिटिव केस आने पर पूरा प्रशासन मौके पर पहुंचा था लेकिन इस दौरान पंचायत के प्रतिनिधि मौजूद नहीं थे. सके अतिरिक्त दिल्ली से 16 दिन पहले लौटे एक व्यक्ति की सूचना भी पंचायत की ओर से नहीं दी गई जिसको लेकर अब उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है.

ये भी पढ़ें: 35 वर्षीय महिला ने जहरीली दवाई का किया सेवन, टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर

करसोग: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर बरती गई लापरवाही के लिए ग्राम पंचायत शाओट की प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर की ओर से जारी इस नोटिस पर प्रधान को 4 दिनों में अपना जवाब देने के आदेश दिए गए हैं.

इस अवधि में अगर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. कोरोना काल में किसी भी जनप्रतिनिधि को लापरवाही बरतने के आरोप पर ये पहला शो कॉज नोटिस जारी हुआ है. प्रशासन की इस कार्रवाई से अब कोरोना महामारी को हल्के से लेने वालों जरूर चिंता बढ़ गई है. इसके साथ ही एसडीएम ने संकेत दिए हैं कि कोरोना महामारी को लेकर लोगों के स्वास्थ्य को लेकर खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट

एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अगर किसी भी स्तर पर लापरवाही का मामला सामने आता है तो इस पर अब सीधे एफआईआर दर्ज होगी, बता दें कि उपमंडल की शाओट पंचायत में 17 और 23 जुलाई को कोरोना के दो पॉजिटिव मामले सामने आए. इस दौरान एसडीएम की अगुवाई में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जिस मकान में दो पॉजीटिव मामले सामने आए उसके आसपास 25 मीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया.

notice to panchayat pradhan
पंचायत प्रधान को नोटिस.

इस कार्रवाई में पंचायत प्रधान शामिल नहीं हुई. पंचायत प्रधान की इस लापरवाही का प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है. ग्राम पंचायत प्रधान की लापरवाही यहीं पर खत्म नहीं होती. पंचायत के तहत स्यांजली क्षेत्र में ओम प्रकाश नामक व्यक्ति 16 दिन पहले ही दिल्ली से वापस आया था. पुलिस की छानबीन में पाया गया कि इस दौरान ये व्यक्ति करसोग के सिविल अस्पताल भी आया था लेकिन पंचायत ने इसकी सूचना प्रशासन को नहीं दी.करसोग में कोरोना के दो मामले सामने आने पर प्रशासन के स्तर पर इसे बहुत बड़ी लापरवाही माना गया.

पंचायत की इस लापरवाही से लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता था. इन सभी तरह की चूक को देखते हुए पंचायत प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि ग्राम पंचायत शाओट में कोरोना पॉजिटिव केस आने पर पूरा प्रशासन मौके पर पहुंचा था लेकिन इस दौरान पंचायत के प्रतिनिधि मौजूद नहीं थे. सके अतिरिक्त दिल्ली से 16 दिन पहले लौटे एक व्यक्ति की सूचना भी पंचायत की ओर से नहीं दी गई जिसको लेकर अब उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है.

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