करसोग: कोरोना काल में दो साल बाद खुले स्कूलों में शिक्षकों के खाली पद होने से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. यहां राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशला स्यांज बगडा में पिछले कई सालों से शिक्षकों के 4 पद खाली चल रहे . इसको लेकर सोमकृष्ण की अध्यक्षता में स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित (School Management Committee meeting in Karsog) हुई. इसमें समिति के सभी सदस्यों ने चिंता जताते हुए तुरंत प्रभाव से खाली चल रहे शिक्षकों के पदों को भरे जाने की मांग की. स्कूल में खाली चल रहे पॉलिटिकल साइंस , शास्त्री, कला अध्यापक व पीईटी के पदों को भरे जाने के लिए प्रस्ताव भी पारित किया गया.
बता दें कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशला स्यांज बगडा में पीईटी का पद 10 सालों से रिक्त है. इसी तरह से शास्त्री का पद 4 सालों व कला अध्यापक का पद डेढ़ वर्षों से खाली चल रहा. ऐसे में एसएमसी ने जल्द खाली पदों को भरने की मांग की है. स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सोमकृष्ण का कहना है कि स्यांज बगड़ा में 4 शिक्षकों के पद खाली चल रहे ,जिससे छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है.
इसको देखते हुए स्कूल प्रबंधन समिति की एक बैठक हुई, जिसमें खाली पदों को भरे जाने का प्रस्ताव पारित किया गया. उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा अमरनाथ का कहना है कि पीईटी व शास्त्री का विषय न्यायालय में विचाराधीन है. जैसे ही कोई निर्णय आता है नियुक्तियां कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कला अध्यापक की नियुक्ति जल्द की जाएगी.