मंडी: उपमंडल जोगिंद्रनगर में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण मुख्य सड़कों के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों की हालत खराब हो गई है, जिसके चलते स्थानीय लोगों सहित राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि सड़कें कीचड़ और तालाब में तब्दील हो चुकी हैं, जिससे वाहन चालकों को गुजरते वक्त अनहोनी होने का खतरा बना रहता है. साथ ही कई बार वाहन स्किड होने से चालक घायल भी हो चुके हैं.
बता दें कि क्षेत्र में भारी बारिश होने से लोक निर्माण विभाग को छह करोड़ का नुकसान हुआ है. उपमंडल की कुल 162 सड़कों में से 100 से अधिक मार्ग बारिश और भूस्खलन के कारण बाधित हुए हैं. गरोडू, मझारनू, बस्सी, कुडनी, कस, कोठ सड़क, मच्छयाल, भराडू, नोहली, द्रमण, कुन का तर, मझारनू, कुडनी, कुफरू, जोगेंद्रनगर, सरकाघाट, गिनी पडैण, खद्दर खुड्डी, डोल गदियाड़ा ठारा, अरला लाहला, चल्हाणु और गोलवां की सड़क पर भूस्खलन होने से यातायात प्रभावित हुआ है.
करीब सौ किलोमीटर सड़क की टारिंग बारिश के कारण तहस-नहस हो चुकी है, जिससे अधिकांश सड़कों पर दोपहिया वाहनों का आवागमन खतरे से खाली नहीं है. साथ ही पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर चैंतड़ा बाजार से लोअर चैंतड़ा तक करीब दो किलोमीटर तक सड़क का हिस्सा बारिश की भेंट चढ़ गया है, जिससे सड़क पर पड़े गड्ढे वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क के दोनों ओर बारिश के पानी की सही निकासी न होने के कारण मार्ग को नुकसान पहुंच रहा है, जिससे मार्ग पर दो फीट तक गहरे गड्ढे बन गए हैं. उन्होंने कहा कि पस्सल हार सड़क की दुर्दशा बहुत ही दयनीय है, क्योंकि वहां पर चलना दुश्वार हो गया है. ऐसे में उन्होंने सरकार और स्थानीय विधायक से सड़क की हालत सुधारने की मांग की है, ताकि स्थानीय लोग राहत की सांस ले सके.
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता बीएम ठाकुर ने कहा कि विभाग को बारिश के कारण छह करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि मौसम खुलते ही सड़कों के मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वहीं, विधायक प्रकाश राणा ने बताया कि सड़कों की मरम्मत करने के लिए लोक निर्माण विभाग को आदेश जारी किए गए हैं, जिससे विभागीय अधिकारियों द्वारा इस संबंध में जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
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