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सुंदरनगर के 2 रिटायर्ड शिक्षकों की मेहनत लाई रंग, 42 डिग्री तापमान में उगा डाला सेब - मंडी में आर्गेनिक खेती

सुंदरनगर जैसे गर्म तापमान वाले इलाके में भी सेब की फसल तैयार होने लगी है. किसान गर्म इलाके में सेब की फसल लगा कर सेब के उत्पादन को बढ़ावा दे रहे हैं. उपमंडल की ग्राम पंचायत महादेव के 2 सेवानिवृत्त शिक्षकों ने सेब की फसल उगाई है. दोनों ही सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन सिंह और लक्ष्मण राम ऐसे ही प्रगतिशील किसान हैं.

apple farming in sundernagar
सुंदरनगर में सेब उत्पादन
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Published : Jun 12, 2020, 2:30 PM IST

Updated : Jun 12, 2020, 3:49 PM IST

सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश के किसानों को एक और सरकार ऑर्गेनिक खेती करने के लिए बढ़ावा दे रही है. वहीं, दूसरी ओर किसान भी इस और अपनी रूचि दिखा रहे हैं. पहाड़ों की हसीन वादियों के ठंडे मौसम में लगने वाला सेब आज कल 42 डिग्री तापमान में मंडी जिला के सुंदरनगर में भी तैयार हो रहा है.

सुंदरनगर जैसे गर्म तापमान वाले इलाके में भी सेब की फसल तैयार होने लगी है. किसान गर्म इलाके में सेब की फसल लगा कर सेब के उत्पादन को बढ़ावा दे रहे हैं. उपमंडल की ग्राम पंचायत महादेव के 2 सेवानिवृत्त शिक्षकों ने सेब की फसल उगाई है. दोनों ही सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन सिंह और लक्ष्मण राम ऐसे ही प्रगतिशील किसान हैं.

इन दोनों ने 3 साल पहले हरीमन (एचआरएम-99) किस्म के सेब के कुछ पौधे लगाए थे. इनमें अब तीन साल बाद फल आना शुरू हो गए हैं. निरंजन सिंह ने कहा कि आजकल बेरोजगार युवाओं के लिए सेब उत्पादन एक अच्छा विकल्प है. उन्होंने लोगों को यह मिसाल दी है कि लगन और मेहनत से सब कुछ संभव है.

वीडियो रिपोर्ट

निरंजन सिंह ने कहा कि उनके द्वारा तैयार किए हुए सेब पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं. उनमें किसी तरह की कोई भी केमिकल की स्प्रे नहीं की गई है और इन पौधों को उगाने के लिए बहुत देखभाल की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि अगर सही जानकारी के साथ कोई इसकी खेती करता है तो यह युवाओं के लिए रोजगार का एक विकल्प बन सकता है.

बता दें कि निरंजन सिंह वर्ष 2015 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घीड़ी से शास्त्री के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी रूचि कृषि व बागवानी के कार्यों में दिखाई. उन्होंने कहा कि उन्होंने सेब के अलावा जापानी फल व कीवी के पौधे भी लगाए हैं जो एक साल के बाद फल देना शुरू करेंगे.

वहीं, लक्ष्मण राम ने कहा कि वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि रिटायर होने के बाद उन्होंने इलाके में सेब की फसल उगाने का फैसला लिया. उन्होंने इसके लिए कुछ पौधे लगाए हैं. इसमें अब 3 साल के बाद फल मिलना शुरू हो गया है.

लक्ष्मण राम ने कहा कि अगर सरकार किसानों को प्रोत्साहन दे और कृषि विभाग द्वारा मार्गदर्शन मिले तो ठंड के मौसम में उगाने वाला सेब गर्म मौसम में भी तैयार किया जा सकता है. बता दें कि सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मण राम जेबीटी शिक्षक के रूप में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में सेवाएं दे चुके हैं और 2018 में साईं प्राथमिक विद्यालय से सेवानिवृत्त हुए हैं.

ये भी पढ़ें: शिमला में आया एक और कोरोना मरीज, परीमहल में था क्वारंटाइन, एक्टिव केस हुए 4

सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश के किसानों को एक और सरकार ऑर्गेनिक खेती करने के लिए बढ़ावा दे रही है. वहीं, दूसरी ओर किसान भी इस और अपनी रूचि दिखा रहे हैं. पहाड़ों की हसीन वादियों के ठंडे मौसम में लगने वाला सेब आज कल 42 डिग्री तापमान में मंडी जिला के सुंदरनगर में भी तैयार हो रहा है.

सुंदरनगर जैसे गर्म तापमान वाले इलाके में भी सेब की फसल तैयार होने लगी है. किसान गर्म इलाके में सेब की फसल लगा कर सेब के उत्पादन को बढ़ावा दे रहे हैं. उपमंडल की ग्राम पंचायत महादेव के 2 सेवानिवृत्त शिक्षकों ने सेब की फसल उगाई है. दोनों ही सेवानिवृत्त शिक्षक निरंजन सिंह और लक्ष्मण राम ऐसे ही प्रगतिशील किसान हैं.

इन दोनों ने 3 साल पहले हरीमन (एचआरएम-99) किस्म के सेब के कुछ पौधे लगाए थे. इनमें अब तीन साल बाद फल आना शुरू हो गए हैं. निरंजन सिंह ने कहा कि आजकल बेरोजगार युवाओं के लिए सेब उत्पादन एक अच्छा विकल्प है. उन्होंने लोगों को यह मिसाल दी है कि लगन और मेहनत से सब कुछ संभव है.

वीडियो रिपोर्ट

निरंजन सिंह ने कहा कि उनके द्वारा तैयार किए हुए सेब पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं. उनमें किसी तरह की कोई भी केमिकल की स्प्रे नहीं की गई है और इन पौधों को उगाने के लिए बहुत देखभाल की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि अगर सही जानकारी के साथ कोई इसकी खेती करता है तो यह युवाओं के लिए रोजगार का एक विकल्प बन सकता है.

बता दें कि निरंजन सिंह वर्ष 2015 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घीड़ी से शास्त्री के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी रूचि कृषि व बागवानी के कार्यों में दिखाई. उन्होंने कहा कि उन्होंने सेब के अलावा जापानी फल व कीवी के पौधे भी लगाए हैं जो एक साल के बाद फल देना शुरू करेंगे.

वहीं, लक्ष्मण राम ने कहा कि वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि रिटायर होने के बाद उन्होंने इलाके में सेब की फसल उगाने का फैसला लिया. उन्होंने इसके लिए कुछ पौधे लगाए हैं. इसमें अब 3 साल के बाद फल मिलना शुरू हो गया है.

लक्ष्मण राम ने कहा कि अगर सरकार किसानों को प्रोत्साहन दे और कृषि विभाग द्वारा मार्गदर्शन मिले तो ठंड के मौसम में उगाने वाला सेब गर्म मौसम में भी तैयार किया जा सकता है. बता दें कि सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मण राम जेबीटी शिक्षक के रूप में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में सेवाएं दे चुके हैं और 2018 में साईं प्राथमिक विद्यालय से सेवानिवृत्त हुए हैं.

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Last Updated : Jun 12, 2020, 3:49 PM IST
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