करसोग/मंडीः उपमंडल करसोग के एचआरटीसी डिपो के तहत तत्तापानी से रौडीधार बस सेवा बीते छह महीने से बंद है. ये बस शाम को 6.30 बजे तत्तापानी से रौडीधार को चलती है और अगले दिन सुबह 6 बजे रौडीधार से तत्तापानी वापस लौटती है, लेकिन मार्च महीने में लगे लॉकडाउन के बाद से ये रात्रि बस सेवा ठप है. जिस कारण तीन पंचायतों, साहज, सांविधार व बिंदल के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इन तीनों की पंचायतों के तहत पड़ने वाले क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग सरकारी और निजी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इसके अतिरिक्त छात्र, कामगार और मरीज भी इस बस सेवा का लाभ उठाते हैं. सुबह 6 बजे भी रौडीधार से बड़ी संख्या में लोग बस सेवा का फायदा ले रहे हैं, लेकिन अब शाम व सुबह के समय तत्तापानी- रौडीधार रूट पर बस सेवा बहाल न होने से लोगों को भारी परेशानियों से जूझ रहे हैं. इससे लोगों में परिवहन निगम प्रबंधन के प्रति भारी रोष है. लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द इस रूट को बहाल करने की मांग की है.
टैक्सी करके अस्पताल पहुंचते हैं लोग
तत्तापानी से रौडीधार रात्रि बस सेवा बंद होने से अस्पताल जाने वाले मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दूरदराज के इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अस्पताल समय पर पहुंचने के लिए तत्तापानी तक टैक्सी करके पहुंचना पड़ रहा है. इसके बाद मरीज यहां से सिविल अस्पताल सुन्नी, सिविल अस्पताल करसोग और आईजीएमसी के लिए बस पकड़नी पड़ रही है जिससे लोगों को टैक्सी सेवा के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं.
वहीं, प्रदेश राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के सचिव भगतराम व्यास का कहना है कि एचआरटीसी करसोग डिपो की तत्तापानी से रौडीधार रात्रि बस सेवा लॉकडाउन के बाद से बंद है. जिस कारण दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने परिवहन निगम प्रबंधन से इस बारे में संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
नहीं है ठहरने की व्यवस्था: आरएम
दूसरी ओर करसोग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक गोविंद वर्मा का कहना है कि रौडीधार में चालक और परिचालक के लिए ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था नहीं है. कोरोना के बाद लोग चालक और परिचालक को ठहरने के लिए कमरा देने को भी तैयार नहीं है. ऐसे में रात्रि के समय इस बस सेवा को बंद करने का निर्णय लिया गया है. अगर लोग चालक और परिचालक को कमरा देने के लिए तैयार हैं तो बस सेवा को तुरंत प्रभाव से फिर शुरू किया जाएगा.
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