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बालीचौकी जीरो चौक पर जर्जर हालात में रेन शेल्टर, लोग मरम्मत की कर रहे मांग - रेन शेल्टर मंडी

बालीचौकी जीरो चौक पर रेन शेल्टर के अंदर प्रतिदिन दर्जनों लोग आश्रय लेते हैं, लेकिन जर्जर दीवार के सहारे टिके इस रेन शिल्टर में कभी भी हादसा हो सकता है. इसे लेकर स्थानीय लोग संबंधित विभाग, प्रशासन व ग्राम पंचायत को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन रेन शेल्टर की सुध नहीं ले रहा है.

Rain shelter in mandi
बालीचौकी जीरो चौक
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Published : Jul 18, 2020, 1:46 PM IST

मंडी: औट बंजार में बालीचौकी जीरो चौक पर सालों पहले बना रेन शेल्टर विभाग की लापरवाही से एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है. जीरो चौक बालीचौकी तहसील मुख्यालय का सबसे व्यस्त स्थान है और प्रतिदिन यहां सैकड़ों की भीड़ बसों का इंतजार करती है.

इस स्थान पर पूर्व में लोक निर्माण विभाग की ओर से एक वर्षाशालिका का निर्माण किया गया है, लेकिन कुछ वर्ष पूर्व वर्षाशालिका के पीछे एक व्यावसायिक परिसर का निर्माण किया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस वर्षाशालिका के कारण उस व्यवसायिक परिसर का काफी हिस्सा मुख्य सड़क से नजर नहीं आ रहा था, जिस कारण रातों रात कथित रूप से रेन शेल्टर की एक दीवार को तोड़ दिया गया. दीवार टूटने के कारण रेन शेल्टर असुरक्षित स्थान बना हुआ है और इसकी छत भी नीचे की ओर झुक रही है.

वीडियो रिपोर्ट

इस रेन शेल्टर के अंदर प्रतिदिन दर्जनों लोग आश्रय लेते हैं, लेकिन जर्जर दीवार के सहारे टिके इस रेन शिल्टर में कभी भी हादसा हो सकता है. इसे लेकर स्थानीय लोग संबंधित विभाग, प्रशासन व ग्राम पंचायत को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन रेन शेल्टर की सुध नहीं ले रहा है.

भारतीय जनता ट्रेड यूनियन के जिला उपाध्यक्ष वीर सिंह भारद्वाज ने कहा कि रेन शेल्टर की मरम्मत की जाए या फिर इसे डिस्मेंटल कर नई वर्षाशालिका का निर्माण किया जाए. बालीचौकी के अति व्यस्त स्थान पर बना यह रेन शेल्टर एनएच उपमंडल बंजार व पंडोह डिवीजन के तहत आता है. इस बारे में संबंधित विभाग के बंजार स्थित एसडीओ टहल सिंह ने कहा कि उनके ध्यान में मामला नहीं है. पूरी जानकारी के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: किन्नौर में रूर्बन मिशन से विकास ने पकड़ी रफ्तार, खर्च हुए 7 करोड़ 43 लाख रुपये

मंडी: औट बंजार में बालीचौकी जीरो चौक पर सालों पहले बना रेन शेल्टर विभाग की लापरवाही से एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है. जीरो चौक बालीचौकी तहसील मुख्यालय का सबसे व्यस्त स्थान है और प्रतिदिन यहां सैकड़ों की भीड़ बसों का इंतजार करती है.

इस स्थान पर पूर्व में लोक निर्माण विभाग की ओर से एक वर्षाशालिका का निर्माण किया गया है, लेकिन कुछ वर्ष पूर्व वर्षाशालिका के पीछे एक व्यावसायिक परिसर का निर्माण किया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस वर्षाशालिका के कारण उस व्यवसायिक परिसर का काफी हिस्सा मुख्य सड़क से नजर नहीं आ रहा था, जिस कारण रातों रात कथित रूप से रेन शेल्टर की एक दीवार को तोड़ दिया गया. दीवार टूटने के कारण रेन शेल्टर असुरक्षित स्थान बना हुआ है और इसकी छत भी नीचे की ओर झुक रही है.

वीडियो रिपोर्ट

इस रेन शेल्टर के अंदर प्रतिदिन दर्जनों लोग आश्रय लेते हैं, लेकिन जर्जर दीवार के सहारे टिके इस रेन शिल्टर में कभी भी हादसा हो सकता है. इसे लेकर स्थानीय लोग संबंधित विभाग, प्रशासन व ग्राम पंचायत को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन रेन शेल्टर की सुध नहीं ले रहा है.

भारतीय जनता ट्रेड यूनियन के जिला उपाध्यक्ष वीर सिंह भारद्वाज ने कहा कि रेन शेल्टर की मरम्मत की जाए या फिर इसे डिस्मेंटल कर नई वर्षाशालिका का निर्माण किया जाए. बालीचौकी के अति व्यस्त स्थान पर बना यह रेन शेल्टर एनएच उपमंडल बंजार व पंडोह डिवीजन के तहत आता है. इस बारे में संबंधित विभाग के बंजार स्थित एसडीओ टहल सिंह ने कहा कि उनके ध्यान में मामला नहीं है. पूरी जानकारी के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.

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