मंडी: जिला मंडी में लोक निर्माण विभाग कोरोना काल में भी विकास की नई इबारत लिख रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देशानुरूप विभाग यह तय बनाने में जुटा है कि कोरोना के संकटपूर्ण समय में भी विकास कार्यों की गति मंद ने पड़े. कार्यों को समय पर किया जाए ताकि लोगों को उनका फायदा मिल सके. मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों के मुताबिक उन कामों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनमें अधिक मजदूरों को काम मिलेगा.
वहीं, विकास कार्यों के रफ्तार पकड़ने से स्थानीय मजदूरों के अलावा हजारों प्रवासी मजदूरों के चेहरे भी खिल उठे हैं. जिला के साथ ही दूसरे राज्यों के मजदूर भी विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ाने के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देशों से बेहद खुश हैं. उन्होंने इस संकट की घड़ी में उनकी समस्याओं को समझने और दूर करने के लिए मुख्यमंत्री का एकस्वर में आभार जताया है.
ऐसे हजारों लाभान्वित मजदूरों में बिहार के भावेश कुमार भी शामिल हैं. भावेश को मंडी-गोखड़ा-बटाहर सड़क के विस्तारीकरण परियोजना में काम मिला है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में कामकाज बंद होने से वे बड़ी चिंता में थे. हालांकि सरकार के मुफ्त राशन वितरण से खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन दिहाड़ी नहीं लगने से घर चलाने में दिक्कत हो रही थी. सरकार के इस फैसले से हजारों मजदूरों की चिंता खत्म हो गई है.
850 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं. अनलॉक फेज में इनमें से अधिकतर काम फिर शुरू कर दिए गए हैं. वहीं, सरकार ने जिला के लिए 1202 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. ये कार्य भी जल्द ही शुरू किए जाएंगे. इनसे जिला में विकास की नई इबारत तो लिखी ही जाएगी, बड़ी संख्या में जरूरतमंद लोंगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
लोक निर्माण विभाग मंडी के अधीक्षण अभियंता विजय चौधरी ने बताया कि विभाग ने जिला में बड़े पैमाने पर सड़कों-पुलों-भवनों के कामों को रफ्तार दी है. लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद 20 अप्रैल से अब तक 275 से अधिक परियोजनाओं के काम आरंभ किए जा चुके हैं. इनमें करीब 200 सड़क परियोजनाओं के अलावा 50 से अधिक भवनों व करीब 15 पुलों के काम शामिल हैं. इन परियोजनाओं के शुरू होने से 2600 से अधिक मजदूरों को काम मिला है.
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