मंडी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया और जयराम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एबीवीपी पदाधिकारियों ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर खुद हेलीकॉप्टर में सफर करते हैं, जबकि क्षेत्र की सड़कों की हालत बहुत ही खराब है.
एबीवीपी पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार सड़क और शिक्षा के क्षेत्र में भी कुछ खास नहीं कर रही है और युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है. जिससे एबीवीपी ने सरकार से मांग की है कि नशा माफियाओं पर शिकंजा कसा जाए. साथ ही एबीवीपी ने जिला की कलस्टर यूनिवर्सिटी को लेकर भी सवाल उठाए हैं.
एबीवीपी पदाधिकारियों का कहना है कि कहने को ये यूनिवर्सिटी दो साल पहले वल्लभ कॉलेज में स्थापित की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस यूनिवर्सिटी के नाम पर धरातल स्तर पर कुछ नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि कलस्टर यूनिवर्सिटी के वीसी को लाखों रुपये प्रति माह वेतन दिया जा रहा है, लेकिन इस यूनिवर्सिटी के लिए वो कुछ नहीं कर पा रहे हैं. एबीवीपी ने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से कलस्टर यूनिवर्सिटी के लिए स्टाफ स्थानांतरित करने का विरोध किया है.
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एबीवीपी ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सड़क और शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नहीं किया जाता है, तो वो उग्र आंदोलन करेंगे. एबीवीपी अपने आंदोलन के तहत 7 फरवरी को पर्चा वितरण व शिक्षा मंत्री को प्राचार्य के माध्यम से ज्ञापन भेजेगा, जबकि 11 फरवरी को इकाई स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा.
इसके अलावा 14 फरवरी को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन और जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे. मांगों के समर्थन में 17 व 18 फरवरी को सांकेतिक भूख हड़ताल की जाएगी, जबकि अनदेखी पर 20 फरवरी को कक्षाओं का बहिष्कार किया जाएगा.
बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर की राजनीति का आगाज छात्र संगठन एबीवीपी से हुआ है. छात्र राजनीति से निकल कर ही वो आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं, लेकिन बतौर सीएम उनके कार्य से अब छात्र संगठन एबीवीपी ही संतुष्ट नजर नहीं आ रहा है.