सुंदरनगर: सनातन धर्म में छठ पूजा (Chhath Puja) एक बहुत बड़ा पर्व है. यह पर्व हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है. संतान प्राप्ति व संतान की उन्नति के लिए यह पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है. गुरुवार को छठ पूजा का चौथा दिन था.
इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में रहने वाले बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के लोगों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के लोगों द्वारा सुंदरनगर स्थित सुखदेव वाटिका में सूर्य देवता की पूजा अर्चना कर शाही स्नान किया.
आपको बता दें कि नहाए खाए के साथ शुरू होने वाला यह पर्व चार दिनों का होता है, जिसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है और समापन सप्तमी को सुबह भगवान सूर्य के अर्घ्य के साथ होती है. बता दें कि 'छठी मैया' शक्ति और सहायता प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं, उन्हें 'त्योहार की देवी' के रूप में पूजा जाता है. लोकपर्व छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार में मनाया जाने वाला त्योहार है.
छठ पूजा में महिलाएं अपने सुहाग और संतान की मंगल कामना के लिए 36 घंटों का निर्जला व्रत रखती हैं. छठ पूजा में विधि विधान से पूजा के साथ ही सिंदूर का भी काफी महत्व माना गया है. यही वजह है कि इस दिन महिलाएं लंबा सिंदूर लगाए हुए नजर आती हैं.
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