करसोगः कोरोना काल के इस संकट के दौर में शहरी क्षेत्रों में शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है. करसोग नगर पंचायत में अगस्त महीने में शुरू हुई इस योजना से महिलाओं को घरद्वार पर रोजगार मिल रहा है.
जिससे महिलाएं घर का काम निपटाने के साथ-साथ मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना में भी दिहाड़ी लगा रही हैं. ऐसे में अब नगर पंचायत परिधि में भी महिलाएं आत्मनिर्भर हुई है. वर्तमान में मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत न्यारा वार्ड में काम चल रहा है.
मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना का लोगों को लाभ
जिसमें कुल 30 लोग कार्य कर रहे हैं. इसमें अकेले 28 महिलाएं रोजगार में लगी हैं. त्योहार के सीजन में भी महिलाएं दिहाड़ी लगाकर घर का खर्च निकाल रही हैं. मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ करसोग नगर पंचायत का भी कायाकल्प होगा.
इसमें नगर पंचायत परिधि में रास्तों की मुरमत, नालियों की सफाई सहित झाड़ियों को काटने का काम किया जा रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत का सपना साकार होने के साथ ही स्थानीय लोगों को घरद्वार पर रोजगार भी मिला है.
इस योजना के तहत नगर पंचायत परिधि में रहने वाले लोगों को काम करने पर 275 रुपये की दिहाड़ी दी जा रही है. यहीं, नहीं काम करने वाले इच्छुक परिवार को साल में 120 दिन का रोजगार मिलेगा.
मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के रोजगार प्राप्त करने के लिए लोगों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. यानी लोगों को रोजगार मांगने के लिए नगर पंचायत कार्यालय के भी चक्कर नहीं काटने होंगे. जो स्थानीय निवासियों के लिए राहत की बात है.
महिलाओं में उत्साह
करसोग नगर पंचायत परिधि में मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत रोजगार मिलने से महिलाओं में भारी उत्साह है. महिलाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई गई मनरेगा की तरह नगर पंचायत में भी मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना को हाथों हाथ लिया है. इस योजना के शुरू होने से महिलाएं अब आर्थिक रूप से आत्म निर्भर हो रही हैं.
वहीं, न्यारा वार्ड की पूनम कुमारी का कहना है कि योजना के तहत काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि त्योहार के सीजन में भी 25 से 30 महिलाएं काम कर रही हैं. इसके लिए सभी महिलाओं ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित स्थानीय पार्षद बंसीलाल का आभार प्रकट किया है.
पार्षद बंसीलाल का कहना है कि कोरोना काल में शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना से महिलाओं में भारी उत्साह है. ये योजना ऐसे समय में शुरू की गई, जब लोगों को रोजगार की सख्त जरूरत थी.