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लारजी डैम से गाद निकासी के लिए छोड़ा गया पानी,  जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

मंडी व कुल्‍लू जिला की सीमा पर बने लारजी डैम से गाद निकासी के लिए पानी छोड़ा गया. पानी छोड़ने से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे आम लोगों और पर्यटकों को नदी किनारे न जाने की अपील की है.

लारजी डैम.
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Published : Jun 23, 2019, 5:59 PM IST

मंडी: रविवार को मंडी व कुल्‍लू जिला की सीमा पर बने लारजी डैम से गाद निकासी के लिए पानी छोड़ा गया. पानी छोड़ने की ये प्रक्रिया सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी.

बता दें कि साल भर पानी के साथ बड़ी मात्रा में गाद आती है, जो डैम में जमा हो जाती है. ऐसे में इस गाद को न निकाला जाए तो डैम पर खतरा मंडराने लगता है. हर साल बरसात से पहले एक बार डैम की फ्लशिंग की जाती है. फ्लशिंग के लिए डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं और ब्यास नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है.

लारजी डैम.

लारजी पावर हाउस के आवासीय अभियंता दीपक वर्मा ने बताया कि पानी छोड़ने से पहले सूचना जारी कर दी गई थी और सुबह पानी छोड़ने से पहले सायरन व्हीकल को नेशनल हाईवे पर दौड़ाया गया था. उन्होंने बताया कि पानी छोड़ने से ब्‍यास नदी के जलस्‍तर में भारी इजाफा हुआ है. स्थानीय लोगों, पर्यटकों से ब्यास नदी के किनारे न जाने की अपील की गई है.

वहीं, लारजी डैम से पानी छोड़ने के कारण पंडोह डैम का जलस्तर बढ़ रहा है. वहीं, अगर पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया तो डैम से भी पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा सकता है.

मंडी: रविवार को मंडी व कुल्‍लू जिला की सीमा पर बने लारजी डैम से गाद निकासी के लिए पानी छोड़ा गया. पानी छोड़ने की ये प्रक्रिया सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी.

बता दें कि साल भर पानी के साथ बड़ी मात्रा में गाद आती है, जो डैम में जमा हो जाती है. ऐसे में इस गाद को न निकाला जाए तो डैम पर खतरा मंडराने लगता है. हर साल बरसात से पहले एक बार डैम की फ्लशिंग की जाती है. फ्लशिंग के लिए डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं और ब्यास नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है.

लारजी डैम.

लारजी पावर हाउस के आवासीय अभियंता दीपक वर्मा ने बताया कि पानी छोड़ने से पहले सूचना जारी कर दी गई थी और सुबह पानी छोड़ने से पहले सायरन व्हीकल को नेशनल हाईवे पर दौड़ाया गया था. उन्होंने बताया कि पानी छोड़ने से ब्‍यास नदी के जलस्‍तर में भारी इजाफा हुआ है. स्थानीय लोगों, पर्यटकों से ब्यास नदी के किनारे न जाने की अपील की गई है.

वहीं, लारजी डैम से पानी छोड़ने के कारण पंडोह डैम का जलस्तर बढ़ रहा है. वहीं, अगर पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया तो डैम से भी पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा सकता है.

Intro:मंडी। मंडी व कुल्‍लू जिला की सीमा पर बने लारजी डैम से गाद निकासी के लिए रविवार सुबह पानी छोड़ा गया है। पानी छोड़ने की यह प्रक्रिया कल सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी। पानी छोड़ने से ब्‍यास के जलस्‍तर पर में भारी इजाफा हो गया है। ऐसे में ब्‍यास नदी के किनारे जाना जोखिम भरा हो सकता है। डैम से गाद निकासी के लिए फ्लशिंग की यह प्रक्रिया अपनाई जा रही है।




Body:बता दें कि वर्ष भर पानी के साथ बड़ी मात्रा में गाद आती है जो डैम के पास जमा हो जाती है। ऐसे में इस गाद को न निकाला जाए तो इससे डैम पर खतरा मंडराने लग जाता है। इसलिए हर साल बरसात से पहले एक बार डैम की फ्लशिंग की जाती है। इसके लिए डैम के सभी पांचों गेट खोल दिए गए हैं और ब्यास नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। लारजी पावर हाउस के आवासीय अभियंता दीपक वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पानी छोड़ने की पूर्व सूचना जारी कर दी गई थी और सुबह पानी छोड़ने से पहले सायरन व्हीकल को नेशनल हाईवे पर दौड़ाया गया था। वहीं इन्होंने स्थानीय लोगों और बाहर से आने वाले पर्यटकों से ब्यास नदी के किनारे न जाने का आहवान किया है।


Conclusion:लारजी डैम से पानी छोड़ने के कारण पंडोह डैम पर अधिक दबाव बढ़ गया है। पंडोह डैम के जलस्तर में भी लगातार ईजाफा हो रहा है। अगर पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया तो वहां से भी पानी छोड़ा जा सकता है।

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