मंडी: दुनिया में बुराईयां, झगड़े, मारा-मारी होने के बाद आज भी इंसानियत जिंदा है और यही इंसानियत दुनिया को चला रही है. ऐसा ही एक उदाहरण हिमाचल के करसोग के रहने वाले युवा समाज सेवी दीपराज भंथल ने पेश किया (karsog Social Worker Deepraj) है. दीपराज भंथल ने जिला मंडी के उपमंडल करसोग में सिविल अस्पताल करसोग के प्रवेश द्वार पर मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों का दर्द समझते हुए उनके लिए एक सराय बनाई (Deepraj Made shelter for Attendant) है. जिसका मंगलवार को उद्घाटन किया गया.
10 बिस्तरों की व्यवस्था: युवा समाज सेवी दीपराज भंथल ने यहां सिविल अस्पताल करसोग (Civil Hospital Karsog) के प्रवेश द्वार पर जर्जर हालत में सराय का जीर्णोद्धार कर मरीजों के तीमारदारों के लिए रहने की व्यवस्था की है. इसके साथ ही उन्होंने तीमारदारों के आराम करने के लिए 10 बिस्तरों की व्यवस्था भी की (Deepraj Made shelter for Attendant and Patients) है. अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों और साथ आने वाले तीमारदारों की पीड़ा को समझते हुए कोविड 19 के मुश्किल समय में केएल ट्रस्ट बनाई गई और सराय के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया.
जर्जर हालत में थी सराय: बता दें कि केएल ट्रस्ट द्वारा बनाई गई सराय काफी सालों से जर्जर हालत में थी और इसकी कोई भी सुध नहीं ले रहा था. ऐसे में समाज सेवी ने लाखों रुपए खर्च कर एक साल चार महीने बाद इस सराय को जनता के लिए समर्पित कर दिया है. सराय में ठहरने वाले मरीजों और साथ आए तीमारदारों के लिए नहाने के गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई है. सराय में दिन के समय आराम करने पर लोगों को कोई शुल्क नहीं चुकाना होगा, जबकि रात के समय ठहरने के मात्र 100 रुपए चुकाने होंगे.
स्थानीय कर रहे सराहना: ऐसे में समाज सेवी के इस पुनीत कार्य की हर कोई सराहना कर रहा हैं. सराय में लोगों को सेवा उपलब्ध करवाने के लिए एक कर्मचारी की भी तैनाती की गई है. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आप 7018381397 या 01907-222218 फोन नंबर के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं. इस सराय भवन के बनने से क्षेत्र के हर वर्ग के लोगों को सुविधा मिलेगी. पहले लोगों को निजी होटलों में ठहरकर हजारों रुपये चुकाने पड़ते थे, लेकिन अब सराय के जीर्णोद्धार से जनता को राहत मिली है.
क्या कहते हैं तीमारदार: अस्पताल में इस तरह की सुविधा से मरीज के साथ आए तीमारदार काफी खुश हैं. स्थानीय निवासी केसरी देवी ने कहा कि वह इलाज के लिए अस्पताल आई थी. इस दौरान वह कुछ समय के लिए सराय में रेस्ट करने के लिए आई थी. उन्होंने कहा कि इस सराय में लोगों के ठहरने के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है. जिसके लिए उन्होंने समाज सेवी का आभार प्रकट किया है.
क्या कहते हैं समाज सेवी दीपराज भंथल: समाज सेवी दीपराज भंथल का कहना है कि कई शहरों में मरीजों और साथ आए तीमारदारों को अस्पताल के साथ ही सराय की व्यवस्था है, लेकिन करसोग के सिविल अस्पताल में लोगों के बैठने के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं (Social Worker Deepraj Made shelter for Attendant ) थी. दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले लोग खुले में बारिश और धूप में बैठने के लिए मजबूर थे. ऐसे में मन में सराय भवन के जीर्णोधार करने का विचार आया. जिस पर करीब 5 लाख रुपए का खर्च आया है.
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