मंडी: हिमाचल प्रदेश में कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के लिए 1999 से आज तक पेंशन योजना लागू न होने से प्रदेश के हजारों सेवानिवृत व सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों कर्मचारियों में भारी (Corporate Sector Retirees PC in Mandi) रोष है. पेंशन न मिलने से खफा रिटायरीज ने इसके लिए अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है. वीरवार को मंडी में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में हिमाचल प्रदेश कॉर्पोरेट सेक्टर रिटायरीज को-ऑर्डिनेशन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर देवी लाल ने यह जानकारी दी.
देवी लाल ने बताया कि भाजपा सरकार ने हर बार सत्ता में आने के लिए उनकी मांग को अपने चुनावी घोषणापत्र में तो लिखा लेकिन हर बार सरकार बनने के बाद रिटायरीज को केवल निराशा ही हाथ लगी (Himachal Corporate Sector Retirees problem) है. उन्होंने बताया कि आज दिन तक मात्र करीब 1400 से 1700 को ही केवल पेंशन मिल रही है बाकि को पेंशन नहीं मिल पाई है. देवी लाल ने बताया कि प्रदेश में पेंशनरों का आंकड़ा मात्र लगभग 6,730 है जिन्हें भी सरकार पेंशन देने में आनाकानी कर रही है. उन्होंने प्रदेश सरकार से जल्द ही उन्हें वार्ता कर इस समस्या का समाधान करने की मांग उठाई है.
प्रदेश अध्यक्ष देवी लाल ने बताया कि यदि प्रदेश सरकार ने 31 मार्च से पहले कोई फैसला नहीं लेती तो आने वाले समय में मांगों को लेकर परिवार सहित प्रदेश की राजधानी शिमला में सचिवालय का घेराव किया (Himachal Pradesh Corporate Sector Retirees) जाएगा. वहीं, इससे पूर्व कमेटी की मंडी, कुल्लू व बिलासपुर जिले की कार्यकारिणी का गठन भी किया गया. सभा में 250 के करीब रिटायरीज ने भाग लिया. जिसमें मंडी से केएल वर्मा, कुल्लू से प्रकाश वशिष्ट और बिलासपुर से रणजीत सिंह गुलेरिया को प्रधान चुना गया.
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