मंडी: Virology Lab Facility In Himachal: कोविड-19 के नए स्ट्रेन के आने से अब देश में वायरस के व्यवहार को जानने के लिए हाई लेवल वायरोलॉजी लैब स्थापित पर जोर दिया जा रहा है. अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने यूनिवर्सिटी स्तर पर राज्य स्तरीय हाई लेवल वायरोलॉजी लैब स्थापित करने का प्रारूप बनाया (virology lab facility in mandi) है. जिसके तहत वायरस का आइसोलेशन, प्रॉपर्टीज, म्यूटेशन, कल्चर और जीनोम सीक्वेंसिंग पर रिसर्च किए जाने की सुविधा पहली बार प्रदेश में (virology lab facility in himachal) मिलेगी.
जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय (Atal Medical and Research University) के कुलपति डॉ. सुरेंद्र कश्यप (surendra kashyap on virology lab) ने कहा कि अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी स्तर पर हाई लेवल वायरोलॉजी लैब स्थापित करने की ओर अग्रसर है. वायरस के व्यवहार को जानने के लिए प्रदेश में पहली बार यह सुविधा उपलब्ध होगी. वहीं, डॉ. सुरेंद्र कश्यप ने कहा कि प्रदेश में जड़ी-बूटियां प्रचुर मात्रा में मौजूद होने पर विश्वविद्यालय की ओर से हर्बल वनस्पति पर अनुसंधान कर उनके मेडिसिनल उपयोग के लिए भी कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हर्बल प्लांट के ऊपर शोध करना भी यूनिवर्सिटी का अनुसंधान का विषय है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में वायरस का आइसोलेशन, प्रॉपर्टीज, म्यूटेशन, कल्चर और जीनोम सीक्वेंसिंग पर रिसर्च किए जाने की सुविधा को लेकर वायरोलॉजी लैब का कोई प्रावधान नहीं है. प्रदेश से वायरस के व्यवहार और संरचना जानने के लिए सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी दिल्ली या पुणे भेजा जाता है. वहीं, अटल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान में यूनिवर्सिटी स्तर की हाई लेवल वायरोलॉजी लैब से वायरस के व्यवहार जानने को लेकर एक बड़ा आयाम स्थापित होगा.
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