ETV Bharat / city

टांकरी लिपि के पुनर्जीवन के लिए मंडी में हेरिटेज टॉक का हुआ आयोजन - Heritage talk in Mandi

भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर की (Art and Culture Heritage Mandi Chapter) ओर से मंडी में टांकरी लिपि पर हेरिटेज टॉक का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के वरिष्ठ नागरिकों, इतिहासकारों और साहित्यकारों (Heritage talk on tankari lipi) ने भाग लिया.

Heritage talk on tankari lipi
टांकरी लिपि पर मंडी में हेरिटेज टॉक
author img

By

Published : May 13, 2022, 3:16 PM IST

Updated : May 13, 2022, 3:29 PM IST

मंडी: हिमाचली बोलियों को पहचान दिलाने वाली टांकरी लिपि को अब फिर से पुनर्जीवन देने की दिशा में प्रयास होना शुरू हो गए हैं. भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर ने (Art and Culture Heritage Mandi Chapter) इस दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं. इसी के तहत भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर की ओर से मंडी में टांकरी लिपि पर हेरिटेज टॉक का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के वरिष्ठ नागरिकों, इतिहासकारों और साहित्यकारों ने भाग लिया.

टांकरी लिपि पर शोध करने वाले सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी जगदीश कपूर को इस हेरिटेज टॉक में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. उन्होंने बताया कि पहले पहाड़ी बोलियों की टांकरी लिपि हुआ करती थी, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत आने के बाद धीरे-धीरे ये लिपि विलुप्त होती गई. आज इतिहास के बहुत से पन्नों पर टांकरी लिपि में लिखे हुए (revival of Tankari script) लेख मिलते हैं. आज इस लिपि को फिर से जीवित करने की जरूरत है, ताकि भावी पीढ़ी को इसके महत्व से अवगत करवाया जा सके.

टांकरी लिपि पर मंडी में हेरिटेज टॉक. (वीडियो)
भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर के (Art and Culture Heritage Mandi Chapter) संयोजक नरेश मल्होत्रा और सह संयोजक अनिल शर्मा ने बताया कि उनकी संस्था ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में काम कर रही है. संरक्षण की दृष्टि से टांकरी लिपि को भी इसमें शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस दिशा में पूरा मास्टर प्लान बनाकर इसके संरक्षण की कड़ी को आगे बढ़ाया जाएगा.

मंडी: हिमाचली बोलियों को पहचान दिलाने वाली टांकरी लिपि को अब फिर से पुनर्जीवन देने की दिशा में प्रयास होना शुरू हो गए हैं. भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर ने (Art and Culture Heritage Mandi Chapter) इस दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं. इसी के तहत भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर की ओर से मंडी में टांकरी लिपि पर हेरिटेज टॉक का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के वरिष्ठ नागरिकों, इतिहासकारों और साहित्यकारों ने भाग लिया.

टांकरी लिपि पर शोध करने वाले सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी जगदीश कपूर को इस हेरिटेज टॉक में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. उन्होंने बताया कि पहले पहाड़ी बोलियों की टांकरी लिपि हुआ करती थी, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत आने के बाद धीरे-धीरे ये लिपि विलुप्त होती गई. आज इतिहास के बहुत से पन्नों पर टांकरी लिपि में लिखे हुए (revival of Tankari script) लेख मिलते हैं. आज इस लिपि को फिर से जीवित करने की जरूरत है, ताकि भावी पीढ़ी को इसके महत्व से अवगत करवाया जा सके.

टांकरी लिपि पर मंडी में हेरिटेज टॉक. (वीडियो)
भारतीय सांस्कृतिक निधि मंडी चैप्टर के (Art and Culture Heritage Mandi Chapter) संयोजक नरेश मल्होत्रा और सह संयोजक अनिल शर्मा ने बताया कि उनकी संस्था ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में काम कर रही है. संरक्षण की दृष्टि से टांकरी लिपि को भी इसमें शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस दिशा में पूरा मास्टर प्लान बनाकर इसके संरक्षण की कड़ी को आगे बढ़ाया जाएगा.
Last Updated : May 13, 2022, 3:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.