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स्क्रब टाइफस को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट, हल्के में न लें तेज बुखार - स्क्रब टाइफस

करसोग में स्क्रब टाइफस के मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखकर प्रशासन ने करसोग अस्पताल को अलर्ट पर रखा है. साथ ही अस्पताल में लोगों को स्क्रब टाइफस का टेस्ट फ्री में करवाने की सुविधा दी जा रही है.

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Published : Aug 25, 2019, 12:18 PM IST

करसोग: बरसात के मौसम में लगातार बढ़ रही स्क्रब टाइफस के मरीजों की संख्या को देखते हुए करसोग अस्पताल प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों को तेज बुखार सहित स्क्रब टाइफस के अन्य लक्षण सामने आने पर तुरन्त प्रभाव से डॉक्टरी जांच करवाने की सलाह दी गई है.

बता दें कि करसोग अस्पताल में लोगों का स्क्रब टाइफस का टेस्ट फ्री में किया जाएगा. इसके अतिरिक्त सभी कम्यूनटी सेंटर और प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मरीजों को निशुल्क दवाईयां मिल सकेंगी. बीएमओ करसोग ने इस बारे में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों में स्क्रब टाइफस सबसे अधिक मामले सामने आते हैं.

बीएमओ करसोग डॉ. राकेश प्रताप का कहना है कि स्क्रब टाइफस के लक्षण सामने आने पर तुरंत प्रभाव से उपचार करवाए. बरसात के दिनों में इस रोग के फैलने की अधिक सभावना रहती है. इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

क्या है स्क्रब टाइफस?
टाइफस ज्वर एक प्रकार का रोग है जिसमें सिरदर्द, सर्दी लगना, तेज बुखार आना, शरीर में पीड़ा और तीसरे से पाँचवें दिन के बीच शरीर मे दाने निकलते हैं.
रोग की अवधि दो से तीन सप्ताह की होती है. मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है.

ऐसे करें बचाव

  • घरों के आसपास खरपतवार न उगने दें.
  • घर से निकलते वक्त हमेशा जूते पहनें.
  • अपने शरीर की सफाई रखें.
  • चूहों में यह कीड़ा होता है, इसलिए इनसे दूरी बरतें.
  • खेतों या घसनियों में जाने से पहले पूरी बाजू के कपड़े पहने.
  • तेज बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से मिले.

करसोग: बरसात के मौसम में लगातार बढ़ रही स्क्रब टाइफस के मरीजों की संख्या को देखते हुए करसोग अस्पताल प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों को तेज बुखार सहित स्क्रब टाइफस के अन्य लक्षण सामने आने पर तुरन्त प्रभाव से डॉक्टरी जांच करवाने की सलाह दी गई है.

बता दें कि करसोग अस्पताल में लोगों का स्क्रब टाइफस का टेस्ट फ्री में किया जाएगा. इसके अतिरिक्त सभी कम्यूनटी सेंटर और प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मरीजों को निशुल्क दवाईयां मिल सकेंगी. बीएमओ करसोग ने इस बारे में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों में स्क्रब टाइफस सबसे अधिक मामले सामने आते हैं.

बीएमओ करसोग डॉ. राकेश प्रताप का कहना है कि स्क्रब टाइफस के लक्षण सामने आने पर तुरंत प्रभाव से उपचार करवाए. बरसात के दिनों में इस रोग के फैलने की अधिक सभावना रहती है. इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

क्या है स्क्रब टाइफस?
टाइफस ज्वर एक प्रकार का रोग है जिसमें सिरदर्द, सर्दी लगना, तेज बुखार आना, शरीर में पीड़ा और तीसरे से पाँचवें दिन के बीच शरीर मे दाने निकलते हैं.
रोग की अवधि दो से तीन सप्ताह की होती है. मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है.

ऐसे करें बचाव

  • घरों के आसपास खरपतवार न उगने दें.
  • घर से निकलते वक्त हमेशा जूते पहनें.
  • अपने शरीर की सफाई रखें.
  • चूहों में यह कीड़ा होता है, इसलिए इनसे दूरी बरतें.
  • खेतों या घसनियों में जाने से पहले पूरी बाजू के कपड़े पहने.
  • तेज बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से मिले.
Intro:करसोग अस्पताल में लोगों का फ्री में
स्क्रब टाइफस का टेस्ट होगा। इसके अतिरिक्त सभी सीएचसी और पीएचसी में मरीजों को निशुल्क में दवाइयां दी जाएगी।Body:स्क्रब टाइफस पर स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट, हल्के से न लें तेज बुखार, लक्षण सामने आने पर तुरंत करवाए जांच, यहां अब फ्री होगा स्क्रब टाइफस का टेस्ट
करसोग
बरसात के मौसम में लगातार बढ़ रही स्क्रब टाइफस के मरीजों की संख्या को देखते हुए करसोग अस्पताल प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को तेज बुखार सहित स्क्रब टाइफस के अन्य लक्षण सामने आने पर बिना देरी किए तुरन्त प्रभाव से डॉक्टरी जांच करवाने की सलाह दी गई है। इसके साथ अस्पताल प्रशासन ने अपनी तैयारियां भी पहले ही पूरी कर ली है।
करसोग अस्पताल में लोगों का फ्री में
स्क्रब टाइफस का टेस्ट होगा। इसके अतिरिक्त सभी सीएचसी और पीएचसी में मरीजों को निशुल्क में दवाइयां दी जाएगी। इसके लिए इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों को दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करवाया गया है। बीएमओ करसोग ने इस बारे में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों में स्क्रब टाइफस सबसे अधिक मामले सामने आते हैं।


स्क्रब टाइफस क्या है:
टाइफस ज्वर एक प्रकार का रोग है, जो अचानक होता है। इसमें सिरदर्द, सर्दी लगना, तेज बुखार आना, शरीर में पीड़ा और तीसरे से पाँचवें दिन के बीच शरीर मे दाने निकलना इसके लक्षण हैं। रोग की अवधि दो से तीन सप्ताह की होती है। इसकी संभावना
घास-फूस या झाड़ियों जैसे इलाको में अधिक रहती है। ऐसे क्षेत्रों के संपर्क में आने वाले लोगों को स्क्रब टाइफ की अधिक आशंका रहती है। इसके लक्षण अचानक से विकसित होते हैं। तेज बुखार, सिर दर्द, खांसी और जी मिचलाना आदि इसके लक्षण है। इस स्थिति में मरीज को जल्द से जल्द एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स शुरू करना चाहिए। इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही जानलेवा भी सबित हो सकती है।

स्क्रब टाइफस के लक्षण:
-स्क्रब टाइफस की शुरुआत सिरदर्द और ठंड के साथ बुखार से हो सकती है।
-रोग बिगड़ने पर तेज बुखार के साथ मरीज को असहनीय सिरदर्द भी होने लगती है।
- मरीजों में पेट में खुजली या अन्य अंगों में चकत्ते फैलना।
- सांस लेने में दिक्कत के साथ जी मितलाना।

ऐसे करें बचाव:
- घरों के आसपास खरपतवार न उगने दे।
- घर से निकलते वक्त हमेशा जूते पहनें।
- चूहों में यह कीड़ा होता है, इसलिए इनसे दूरी बरतें।
- अपने शरीर की सफाई रखें
- खेतों या घसनियों में जाने से पहले पूरी बाजू के कपड़े पहने।
- तेज बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से मिले।

लक्षण सामने आने पर तुरन्त करवाए उपचार: बीएमओ
बीएमओ करसोग डॉ राकेश प्रताप का कहना है कि स्क्रब टायफस के लक्षण सामने आने पर तुरंत प्रभाव से उपचार करवाए। बरसात के दिनों में इस रोग के फैलने की अधिक सभावना रहती है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।Conclusion:बीएमओ करसोग डॉ राकेश प्रताप का कहना है कि स्क्रब टायफस के लक्षण सामने आने पर तुरंत प्रभाव से उपचार करवाए। बरसात के दिनों में इस रोग के फैलने की अधिक सभावना रहती है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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