मंडी: भारत सरकार द्वारा बनाए जा रहे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कीरतपुर-मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है. मंडी जिले में पंडोह बायपास टकोली प्रोजेक्ट में 10 टनलों का निर्माण किया जा रहा है, जोकि इस पूरे प्रोजेक्ट का सबसे चुनौतीपूर्ण कार्य है. 10 में से 3 टनलों के दोनों छोर पहले ही मिल चुके थे और चौथी टनल के दोनों छोर गुरुवार की शाम मिल गए हैं.
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर नवीन मिश्रा ने हणोगी से रैंशनाला के बीच बनी टी4-03 टनल का लास्ट ब्लास्ट बटन दबाकर किया. बटन दबाते ही जोर का धमाका हुआ और जिसने दोनों छोर आपस में मिल गए. निर्माण कार्य में मिल रहे स्थानीय लोगों के सहयोग के लिए सभी का आभार जताया. शाहपुरजी-पलोनजी और एफकॉन्स कंपनी इस कार्य को दिन रात तेज गति के साथ कर रही है. 2022 में गर्मी के मौसम तक टनल के इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, एक टनल की लंबाई बढ़ी है, जिसके लिए अतिरिक्त धन के अप्रूवल के लिए फाइल दिल्ली भेजी गई है. मंजूरी मिलते ही उसका निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा.
वहीं निर्माण कार्य कर रही एफकॉन्स कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके सिंह ने बताया कि टी4 टनल के निर्माण में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. यहां पर पानी काफी ज्यादा आ गया था, जिसकी वजह से चुनौतियां काफी बढ़ गई थी. लेकिन टीम वर्क के तहत इस कार्य को समय से मात्र दो महीने की देरी में पूरा कर लिया गया. उन्होंने बताया कि सितंबर महीने तक पंडोह बायपास टकोली प्रोजेक्ट की 5वीं टनल का ब्रेकथ्रू भी कर दिया जाएगा और इसके लिए दिन रात कार्य किया जा रहा है.
बता दें कि पंडोह से लेकर औट तक भारी भूस्खलन के कारण हाईवे बाधित होता रहता है और इस मार्ग को वर्ष भर खुला रखने के उद्देश्य से ही भारत सरकार यहां पर टनलों का निर्माण करवा रही है. प्रोजेक्ट पूरा बन जाने के बाद यहां वर्ष भर बिना किसी जोखिम के सफर किया जा सकेगा.