बिलासपुर: बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने (Former MLA Bumber Thakur) स्थानीय परिधि गृह में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि एक तरफ भाजपा परिवारवाद के खिलाफ हर मंच से अपना स्पष्टीकरण देती फिरती है, दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा अपने पुत्र की राजनीतिक लॉन्चिंग के हर हथकंडे (Bamber Thakur Target JP Nadda) अपना रहे हैं. भाजपा का दोहरा चेहरा जनता की समझ में आ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि अभी हाल ही के महीनों में रोजगार मेला और खिलाड़ियों को स्पोटर्स किट बांटने के बहाने अपनी राजनीतिक जमीन बनाने के लिए हरीश नड्डा को आगे किया गया है.
हरीश नड्डा किस हैसियत से कॉलेज में बैठकें कर रहे: किसी को रोजगार देना पुण्य का काम है लेकिन यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि इस रोजगार मेले में कितने युवाओं को रोजगार दिया गया है. इसकी लिस्ट जारी कर इसे सार्वजनिक करें. वहीं, खेल किट्स देने और इस प्रकार के (Bumber Thakur Target Harish Nadda) आयोजन में हो रहे खर्च का ब्योरा भी सार्वजनिक किया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि हरीश नड्डा किस हैसियत से कॉलेज में बैठकें कर रहे हैं और एम्स का निरीक्षण कर रहे हैं. बंबर ठाकुर ने कहा कि एम्स में पूरा प्रशासनिक कुनबा हरीश नड्डा की चिरौरी के लिए आगे पीछे घूम रहा था, इससे साबित होता है कि एम्स के अधिकारियों को केंद्र का बहुत दबाव है.
एम्स निरीक्षण का अधिकार किसने दिया: उन्होंने प्रश्न किया है कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के पुत्र को एम्स निरीक्षण का अधिकार किसने दिया और एम्स के प्रशासनिक अधिकारी उनके आगे-पीछे किस अधिकार से घूमते रहे. उन्होंने कहा कि एम्स में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े दावे भाजपा नेताओं द्वारा किए गए, लेकिन अब यहां पर बाहरी राज्यों के लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. जबकि स्थानीय शिक्षित प्रशिक्षित युवा स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं. बंबर ठाकुर ने प्रश्न किया है कि एम्स प्रोजेक्ट में कितने लोगों को रोजगार मिला है इसकी सूची भी सार्वजनिक होनी चाहिए.
भाजपा ने अपनाई भाई-भतीजावाद की नीति: उन्होंने कहा कि एम्स प्रोजेक्ट में चंद लोगों को रोजगार मिला (Question on recruitment in AIIMS Bilaspur) है और ये चंद लोग भाजपा नेताओं के बच्चे या रिश्तेदार हैं. यहां भी भाजपा ने भाई- भतीजावाद की नीति अपनाई है. वहीं, कॉलेज के स्टाफ सदस्य भी इस मुगालते में न रहें कि सरकार के बदलाव के बाद उनसे हिसाब नहीं मांगा जाएगा. जबावदेही सबकी तय होगी. सरकारी संपतियों पर भाजपा के बैनर फ्लैक्स लगाए गए हैं, यहां तक की लोकप्रियता के प्यासे भाजपाईयों ने मंदिरों को भी नहीं बक्शा है. उस पर हैरानी की बात यह है कि प्रशासनिक अमला इनकी पूरी मदद कर रहा है. बंबर ठाकुर ने कहा कि यदि आज चुनाव बैलेट पेपर से होते हैं तो भाजपा को मुश्किल से सात सीटें भी नहीं आएंगी. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी एकजुट है और भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए मैदान में सफलता से आगे बढ़ रही है.
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